पाकिस्तान में एक बार फिर आतंकियों ने पाकिस्तान के वायुसेना के बेस पर हमला किया है। आत्मघाती हमलावरों सहित भारी हथियारों से लैस 6 आतंकी पंजाब के मियांवाली स्थित पाकिस्तान वायुसेना के अड्डे में घुस गए हैं। दोनों तरफ से जबरदस्त फायरिंग हो रही है और इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एयरबेस के अंदर आग की भारी लपटें नजर आ रही हैं। तहरीक-ए-जिहाद नाम के संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
पाकिस्तानी सेना का बयान
पाकिस्तानी सेना इस हमले को लेकर बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है, ‘4 नवंबर, 2023 को तड़के पाकिस्तान वायुसेना के मियांवाली ट्रेनिंग एयर बेस पर असफल आतंकवादी हमले को कोशिश की गई। सैनिकों द्वारा तत्काल की गई जवाबी कार्रवाई की बदौलत हमले को नाकाम कर दिया गया, जिससे जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि हमले के दौरान पहले से ही जमीन पर खड़े तीन लड़ाकू विमानों को भी नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र को पूरी तरह से खाली कराने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया गया है।’
टीजेपी ने ली जिम्मेदारी
तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) के प्रवक्ता मुल्ला मुहम्मद कासिम ने मियांवाली के एयरबेस पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है और दावा किया है कई आत्मघाती हमलावर भी इसमें शामिल हैं। स्थानीय निवासियों ने हमले की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो फुटेज पोस्ट किए हैं। आतंकवादी समूह ने यह भी दावा किया है कि उसने बेस पर मौजूद एक टैंक को भी नष्ट कर दिया है।
दोनों तरफ से जबरदस्त गोलीबारी
कहा जा रहा है कि आतंकवादियों ने मियांवाली में पाकिस्तान एयरबेस की तारबाड़ वाली दीवारों को पार करने के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल किया और फिर अंदर घुसकर हमला शुरू कर दिया और कई बम धमाकों को भी अंजाम दिया। सुसाइड बॉम्बर्स के खिलाफ पाकिस्तानी सेना का ऑपरेशन जारी है और दोनों तरफ से जबरदस्त गोलीबारी हो रही है।
इमरान समर्थकों ने भी बोला था धावा
मियांवाली वही एयरबेस है, जहां इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थकों ने हमला कर दिया था। इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने एयरबेस के बाहर एक विमान के ढांचे को आग भी लगा दी थी। इससे पहले शुक्रवार को दर में सुरक्षा बलों को ले जा रहे दो वाहनों पर भी आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें कम से कम 14 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना तब हुई जब सुरक्षा काफिला ग्वादर जिले के पसनी से ओरमारा की ओर जा रहा था।