मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग के अंदर हुए भूस्खलन हादसे का अपडेट लिया है। साथ ही, उन्होंने इस हादसे से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग के अंदर भूस्खलन होने से दिवाली पर बड़ा हादसा हुआ है। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तरकाशी की घटना की जानकारी ली है। उन्होंने सीएम धामी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री धामी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर यह जानकारी दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस हादसे से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। भारत सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों को राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करने के लिए निर्देश दिए हैं।
धामी ने कहा कि घटना के बाद से मैं लगातार अधिकारियों से संपर्क में हूं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर मौजूद है। सभी की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। वहीं हादसे को देखते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द करते हुए उन्हें तत्काल अपने-अपने कार्य स्थल पर रिपोर्ट करने और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए चैबीस घंटे तत्पर रहने के निर्देश दिए हैं।
2800 मीटर अंदर हैं मजदूर
रविवार सुबह करीब 5ः30 बजे यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सुरंग के सिलक्यारा वाले मुहाने से 230 मीटर अंदर मलबा गिरा। देखते-देखते 30 से 35 मीटर हिस्से से पहले हल्का मलबा गिरा और फिर अचानक भरभरा भारी मलबा और पत्थर गिरे। जिसके चलते सुरंग के अंदर काम कर रहे 35 से 40 मजदूर अंदर ही फंस गए। वहीं मलबे की चपेट में आने से सुरंग की ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो गई। जो मजदूर काम कर रहे थे वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं।
विभिन्न राज्यों के हैं मजदूर
सुरंग में फंसे मजदूर उत्तराखंड सहित झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश व हिमाचल, ओडिशा राज्यों के हैं। फंसने वाले मजदूरों में उत्तराखंड के कोटद्वार व पिथौरागढ़ के दो समेत बिहार के 4, पश्चिम बंगाल के 3, असम के 2, झारखंड के 15, उत्तरप्रदेश के 8, हिमाचल का एक और ओडिशा के पांच शामिल हैं।