जयपुरफागोत्सव

जयपुर में फागोत्सव: अराध्य देव गोविंददेवजी के दरबार में सजने लगी हैं महारास की झांकियां..

फाल्गुन शुरू होते ही देश में फागोत्सव के आयोजन होने लगे हैं। जयपुर में अराध्य देव गोविंद देव जी के मंदिर में कल 5 मार्च से फागोत्सव कार्यक्रमों की शुरुआत हो गयी। मंगलवार, 5 मार्च से मंदिर में रचना झांकी के माध्यम से श्रीकृष्ण की विभिन्न लीला झांकियों के दर्शन शुरू हो गये।
गोविन्द देवजी फागोत्सव प्रोग्राम
5 से 16 मार्च तक रचना झांकी
फाल्गुन माह शुरू होने के साथ ही छोटीकाशी में फाग के रंग बिखरने लगे है। मंदिरों में फागोत्सव के आयोजन शुरू हो गए हैं। शहर आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में मार्च के पहले सप्ताह से फागोत्सव कार्यक्रम परवान चढ़ेंगे। पांच मार्च से मंदिर में रचना झांकी के माध्यम से श्रीकृष्ण की विभिन्न लीला झांकियों के दर्शन होंगे। ठाकुरजी को गुलाल अर्पित करने के साथ ही गुलाल की पोशाक होली के रंगों का उल्लास बिखेरेगी। गोविंददेवजी मंदिर में रचना झांकी में श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़ी झांकियों के दर्शन होंगे। इनमें बाल लीलाओं से लेकर महारास की लीलाएं भी शामिल हैं। 5 से 16 मार्च तक रचना झांकी दर्शन का समय दोपहर 12:30 से 12: 45 बजे तक रहेगा। गोविंददेवजी मंदिर में 24 मार्च को गुलाल होली का आयोजन होगा। ठाकुरजी राधेरानी के संग होली खेलते नजर आएंगे। इस खुशी में भक्त भी होली के रंग में सराबोर होंगे। मंदिर में भक्त भी ठाकुरजी के संग होली खेलते नजर आएंगे।
17 से 19 मार्च तक होलिकोत्सव
17 से 19 मार्च तक होलिकोत्सव मनाया जाएगा। मंदिर प्रवक्ता गोस्वामीजी ने बताया कि इसमें ठाकुरजी के समक्ष फाग के रंग बिखरेंगे। होली के गीतों के धमाल नजर आएंगे । मंदिर में बरसाने की लट्ठमार होली भी दिखाई जाएगा । जयपुर के विभिन्न कलाकार ठाकुर जी के समक्ष हाजिरी अर्पित करेंगे। दोपहर 12:30 से शाम 4:30 बजे तक होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपराह्न 3 से 4:30 बजे तक रचना झांकी के दर्शन होंगे।
पुष्प फागोत्सव 20-21 को
पुष्प फागोत्सव का विशेष कार्यक्रम 20 और 21 मार्च को होगा। भजन सम्राट बाल व्यास श्रीकांत शर्मा दोपहर एक से शाम 4:30 बजे तक भजनों की अमृत वर्षा करेंगे। कलाकार फाल्गुनी नृत्य की प्रस्तुतियां देंगे। कोलकाता, बरसाना और शेखावाटी केे कलाकार पुष्प फागोत्सव में अपनी प्रस्तुतियों से चार चांद लगाएंगे। राधा-कृष्ण के स्वरूपों पर सत्संग भवन की छत से पुष्प वर्षा की जाएगी। कलाकार चंग, धमाल, बांसुरी वादन के साथ भजनों की स्वर लहरियां बिखेरेंगे।
भजनामृत वर्षा 22 मार्च को
फागोत्सव में 22 मार्च को होली पद भजनामृत वर्षा अनुष्ठान का विशेष कार्यक्रम होगा। कोलकाता के पं. मालीराम शास्त्री दोपहर 1 से शाम 4:30 बजे तक भजनों की स्वर लहरियां बिखरेंगे। भजनों के माध्यम से गोविंददेवजी को रिझाया जाएगा। इस बीच विशेष नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
24 मार्च गुलाल होली
निज मंदिर में 24 मार्च को राजभोग आरती सुबह 11.15 बजे के बाद भक्त गुलाल से ठाकुर के समक्ष होली खेलेंगे।

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