राजस्थान में मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने लोकसभा आम चुनाव – 2024 के संबंध में निर्वाचन अवधि के दौरान सम्पादित किये जाने वाले कार्यों को लेकर विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियो के नोडल अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। गुप्ता चुनाव की तैयारियों के विषय में मंगलवार को जयपुर में सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में विभिन्न प्रवर्तन एजेन्सियों के नोडल अधिकारियों की निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण से सम्बन्धित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अवगत कराया कि निर्वाचन व्यय के क्रम में इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट (ईएसएमएस) एप पर 313 जिला नोडल अधिकारी, 2,156 फ्लाइंग स्कवॉयड टीम ने चुनाव घोषणा के साथ ही कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। बैंकों के नकद ट्रांजक्शन के क्रम में 8,676 बैंक इस एप में ऑनबोर्ड होकर कार्य कर रहे है। 222 पुलिस नाके, 45 आबकारी चैकपोस्ट एवं 64 वन विभाग के चैकपोस्ट ड्रग्स एवं शराब के परिवहन पर कड़ी नजर रखकर प्रभावी कार्रवाई कर रहे हैं।
गुप्ता ने इंटर-डिपार्टमेंटल समन्वय एवं इंटिलिजेंस शेयरिंग पर विशेष जोर दिया। उन्होंने शराब, ड्रग्स एवं मादक पदार्थों के मार्ग के बारे में चर्चा की तथा संदिग्ध अंतर्राज्यीय मार्गों पर विशेष निगरानी एवं चैक पोस्ट स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने हवाई पट्टी एवं हैलिपैड पर चैंकिंग संबंधी एसओपी की जानकारी दी। गुप्ता द्वारा पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया कि वे इंटर-स्टेट समन्वय स्थापित कर इंटेलिजेंस साझा कर सीजर में गति लाएं तथा 48 नेशनल हाइवे एवं भारतमाल सड़क पर विशेष निगरानी रखते हुए मादक पदार्थ एवं शराब के सीजर की कार्रवाई करें। बैठक में, विधानसभा आम चुनाव 2018 एवं 2023 एवं लोकसभा आम चुनाव-2019 के दौरान की गई जब्ती (नकदी, शराब, मादक पदार्थ, कीमती धातु एवं अन्य सामग्री) एवं रिलीज की अपडेटेड सूचना का प्रस्तुतीकरण किया गया।
गुप्ता ने बताया कि बैठक में प्रवर्तन एजेंसियों के नोडल ऑफिसर के साथ निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण (Election Expenditure Monitoring) के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में राजस्थान पुलिस, एक्साइज विभाग, वन विभाग, वाणिज्य एवं कर विभाग, नागरिक विमानन विभाग, स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी, भारतीय रिजर्व बैंक, विमानपत्तन प्राधिकरण, आयकर विभाग, सीजीएसटी जयपुर जोन, बीएसएफ राजस्थान, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स, पोस्टल सर्विसेज, डीआरआई एवं सीआईएसएफ के नोडल अधिकारियों सहित निर्वाचन विभाग के उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।