राममंदिर दिसंबर 2024 तक पूर्ण हो जाए इसके लिए मंदिर प्रशासन ने 500 मजदूर अतिरिक्त बढ़ा दिए गए हैं। अब चार हजार मजदूर रोजाना निर्माण कार्य करेंगे।
राममंदिर निर्माण की गति बढ़ा दी गई है। मंदिर सहित अन्य कई प्रकल्पों पर एक साथ काम चल रहा है। 161 फीट ऊंचे राममंदिर का निर्माण कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी को देखते हुए मजदूरों की संख्या 3500 से बढ़ाकर चार हजार कर दी गई है। राममंदिर के दूसरे तल व शिखर के निर्माण की गति बढ़ा दी गई है।
राममंदिर के साथ-साथ परिसर में परकोटा, रिटेनिंग वॉल, सप्त मंडपम और शेषावतार मंदिर के जीर्णोद्धार का काम भी चल रहा है। ये सभी काम इसी साल के अंत तक पूरे किए जाने हैं, ऐसे में तय समय सीमा के भीतर काम पूरा करने को लेकर मजदूरों की संख्या बढ़ाई गई है। राममंदिर के प्रथम तल पर रामदरबार की स्थापना की जानी है।
बताया जा रहा है कि राम दरबार की मूर्ति भी अरुण योगीराज ही बना सकते हैं। योगीराज ने ही राममंदिर में स्थापित बालकराम की मूर्ति को आकार दिया है। रामदरबार की स्थापना को लेकर ट्रस्ट की एक टीम ने अप्रैल के पहले सप्ताह में चेन्नई का दौरा किया था। आईआईटी चेन्नई के विशेषज्ञों के साथ रामदरबार की स्थापना पर मंथन हुआ है।
शेषावतार मंदिर का 90 फीसदी काम पूरा
राममंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र कहते हैं कि राम दरबार की मूर्ति भी अरुण योगीराज बनाएंगे यह अभी तय नहीं है। अभी पत्थरों का चयन किया जा रहा है। शेषावतार मंदिर निर्माण का काम 90 फीसदी पूरा हो चुका है। मंदिर का शिखर बन रहा है, एक माह में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। यह मंदिर एक मंजिला होगा। डाॅ. अनिल ने बताया कि सप्त मंडपम निर्माण की गति बढ़ा दी गई है। यहां भगवान राम के समकालीन सात पात्रों के मंदिर बनने हैं, इनकी डिजाइन इसी माह फाइनल हो जाएगी।