पश्चिम बंगाल में बीरभूम लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए प्रतिष्ठा से जुड़ी हुई है। अपनी देनगारियों से संबंधित प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने में विफल रहने का कारण देते हुए इस सीट से भाजपा उम्मीदवार देबाशीष धर का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया है। अब देबाशीष धर ने इस मामले की सुनवाई के लिए सर्वोच्च न्यायालय में गुहार लगायी है। भारत के मुख्य न्यायाधीश (चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया/CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि वे इस मामले को देखेंगे।
उल्लेखनीय है कि देबाशीष धर ने पिछले महीने आईपीएस पद से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी और राजनीतिक कार्यक्षेत्र में प्रवेश किया था। भारतीय जनता पार्टी ने बीरभूम से देबाशीष धर को अपना प्रत्याशी बनाया है। वरिष्ठ अधिवक्ता ने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र बीरभूम के लिए बीजेपी उम्मीदवार देबाशीष धर द्वारा दायर याचिका का उल्लेख किया है। बता दें देबाशीष का नामांकन जांच के दौरान रद्द कर दिया गया है। याचिका में कहा गया कि आज बीरभूम सीट से नामांकन का अंतिम दिन है और अपने ड्यूज से संबंधित प्रमाणपत्र पेश नहीं कर सके हैं। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इस पर कहा कि हम इस मामले को देखेंगे।