इस बात में किसी को संदेह नहीं है कि भारत अब पिछड़ी अर्थव्यवस्था नहीं रह गया है और यह तेजी से बढ़ती अर्थव्यव्सथा वाला देश बन चुका है। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के तौर पर अपनी पहचान बना चुकी है और दुनिया के साथ है रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी भारत की अर्थव्यवस्था का लोहा मान लिया है।
मूडीज ने भी कहा है कि भारत वर्ष 2024 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। यह पिछले साल की घरेलू स्तर पर जारी रफ्तार को बनाए रखेगा। मूडीज रेटिंग्स ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए दूसरी छमाही के साख परिदृश्य पर जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि इंडोनेशिया, फिलिपीन और भारत 2024 की पहली छमाही में वृद्धि के मामले में सबसे आगे रहेंगे। मूडीज केका अनुमान है कि ये देश बढ़ते निर्यात, स्थानीय मांग एवं बुनियादी ढांचे पर सरकारी व्यय के दम पर कोविड-पूर्व वृद्धि आंकड़ों से बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखेंगे।
मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘‘भारत घरेलू स्तर पर जारी रफ्तार को पिछले साल की तरह बरकरार रखते हुए क्षेत्र की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहने वाला है। हम आम चुनाव के बाद नीतियों में निरंतरता और ढांचागत विकास एवं निजी क्षेत्र के निवेश को प्रोत्साहन पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद करते हैं।’’ मूडीज ने कहा कि मजबूत कॉरपोरेट ऋण पैमाने और आकर्षक मूल्यांकन के कारण भारत और आसियान देशों की अर्थव्यवस्थाओं में मजबूत पोर्टफोलियो प्रवाह की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि रेटिंग एजेंसी मूडीज ने पिछले महीने अनुमान लगाया था कि भारत चुनाव के बाद की नीतिगत निरंतरता के दम पर इस साल 6.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगा और वर्ष 2025 में इसकी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रह सकती है। भारत का वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वर्ष 2023 में 7.7 प्रतिशत बढ़ा था। इसी तरह वर्ष 2022 में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रही थी। सरकार की ओर से पूंजीगत व्यय तथा और मजबूत विनिर्माण गतिविधियों की वजह से भारत यह वृद्धि हासिल कर पाया है।