दिल्लीसेना

मरम्मत हो रही थी कि जल उठा आईएनएस विक्रांत, फिलहाल एक नाविक लापता

भारतीय नौसेना के मल्टीटास्किंग युद्धपोत आईएनएस ब्रह्मपुत्र में रविवार, 21 जुलाई को आग लग गयी थी। यह आग विकराल रूप लेती, इससे पहले ही दमकल कर्मियों की मदद से सोमवार को सुबह तक इस पर नियंत्रण पा लिया गया।आग लगने की वजह से आईएनएस ब्रह्मपुत्र में एक तरफ से झुक गया है। फिलहाल काफी प्रयासों के बाद भी इस युद्धपोत को सीधा नहीं किया जा सका है।


नौसेना की ओर मिली जानकारी के अनुसार आग लगने के बाद जहाज पर मौजूद एक नाविक को छोड़कर सभी को बचा लिया गया है। अभी भी उस नाविक की तलाश की जा रही है लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चला है। युद्धपोत में लगी आग की वजह अभी तक साफ नहीं हुई है। हालांकि भारतीय नौसेना ने आग की जांच के आदेश दे दिए हैं।
युद्धपोत भारी हानि
भारतीय नौसेना ने भले ही बुझा लिया गया है लेकिन इस आग की वजह से युद्धपोत को भारी नुकसान हुआ है। दोपहर बाद जहाज एक तरफ झुकने लगा है। जिसे बाद में उसे सीधा करने की कोशिश की गई लेकिन सफलता हाथ नहीं आई। बता दें कि आईएनएस ब्रह्मपुत्र स्वदेशी रूप से निर्मित ‘ब्रह्मपुत्र’ श्रेणी का पहला मिसाइल फ्रिगेट है। इसे अप्रैल 2000 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। इसके अंदर टारपीडो लांचर लगे हैं।
INS ब्रह्मपुत्र की विशेषता
आईएनएस ब्रह्मपुत्र भारत में बना पहला ‘ब्रह्मपुत्र’ श्रेणी का युद्धपोत है। इस जहाज पर 40 अधिकारी और 330 नाविक तैनात रहते हैं। इस जहाज पर कई तरह के आधुनिक हथियार लगे हैं, जैसे कि मध्यम दूरी की तोपें, नजदीक से वार करने वाली तोपें, हवा में मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं। ये सभी हथियार मिलकर दुश्मन के जहाजों और विमानों को नष्ट कर सकते हैं। इसके अलावा, आईएनएस ब्रह्मपुत्र में सीकिंग और चेतक हेलीकॉप्टर भी तैनात रहते हैं, जो दुश्मन पर नजर रखने और हमला करने में मदद करते हैं। आईएनएस ब्रह्मपुत्र 5,300 टन वजनी है, 125 मीटर लंबा और 14.4 मीटर चौड़ा है। यह जहाज 27 नॉट से भी ज़्यादा गति से चल सकता है, जो इसे दुश्मन के हमलों से बचने में मदद करता है।

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