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पेरिस ओलंपिक 2024ः नीरज चोपड़ा ने पहले ही थ्रो में 89.34 मीटर का भाला फेंक फाइनल में प्रवेश किया, अब स्वर्ण के लिए फेकेंगे.. !

पेरिस ओलंपिक का रोमांच अपने चरम पर है और भारत अब भी स्वर्ण पदक की प्रतीक्षा में ही है। महिला वर्ग की 50 किलोग्राम वर्ग की कुश्ती में तो विनेश फोगाट का स्वर्ण या रजत पदक मिलना लगभग तय हो गया है। उधर, भारत के गोल्जन बॉय नीरज चोपड़ा से भी पूरा देश स्वर्ण पदक लाने की आस लगाये बैठा है। वे टोक्यो ओलंपिक के चैंपियन हैं और इस बार वे क्वालिफिकेशन राउंड में 89.34 मीटर का थ्रो फेंक कर फाइनल में अपना स्थान पक्का कर चुके हैं। ऐसे में नीरज अब फाइनल में गोल्ड मेडल के लिए भाला फेकेंगे।
मंगलवार को नीरज क्वालिफिकेशन राउंड में पहले नंबर पर थ्रो फेंकने आए थे और उन्होंने पहले ही थ्रो में 89.34 का थ्रो मारकर फाइनल में एंट्री मार ली। इस तरह ये थ्रो उनका सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो भी रहा। इसके अलावा वे निजी श्रेष्ठतम थ्रो के करीब भी पहुंच गए। उम्मीद है कि फाइनल में नीरज चोपड़ा 90 मीटर की बाधा को पार कर लेंगे।
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी अपने पहले ही थ्रो में फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने 86.59 मीटर का थ्रो किया, जो उनका सीजन का बेस्ट थ्रो रहा। अब भारत के नीरज से उनकी फाइनल में भिड़ंत होगी। दूसरी ओर, नीरज चोपड़ा के साथी किशोर जेना ग्रुप-ए में थे। उन्होंने 80.73 मीटर का थ्रो किया और अपने ग्रुप में 9वें नंबर पर रहे। वह फाइनल की दौड़ से बाहर हो चुके हैं। पहले राउंड में नीरज चोपड़ा सबसे टॉप रहे। इस तरह नीरज और नदीम बाकी को प्रयास के लिए नहीं आएंगे।
बता दें कि भाला फेंक के इस प्रतियोगिता के लिए क्वालिफिकेशन के लिए कम से कम 84 मीटर का थ्रो करना जरूरी था। सभी भाला फेंक एथलीट को 84 मीटर भाला फेंकने के लिए तीन मौके मिलते। हालांकि, जो खिलाड़ी पहले ही प्रयास में इस दूरी को हासिल कर लेता है उसके बाकी के दो अटेंप्ट नहीं करने होते हैं। यही कारण है कि नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम ने बचे हुए प्रयास में हिस्सा नहीं लिया।
फाइनल की चुनौती नीरज चोपड़ा के लिए नहीं होगी आसान
भाला फेंक प्रतियोगिता के फाइनल में नीरज चोपड़ा के लिए चुनौती बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाली है। फाइनल में उनकी टक्कर ग्रुप ए से क्वालीफाई करने वाले जूलियन बेवर से होगी। उन्होंने क्वालिफिकेशन में 87.76 मीटर का थ्रो फेंका था। हालांकि, ग्रुप में भी नीरज चोपड़ा के बराबर किसी ने दूरी हासिल नहीं की, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कड़ी टक्कर मिलेगी। ग्रुप ए में जूलियन बेवर के अलावा जूलियस येगो ने 85.97 मीटर का थ्रो फेंका और दूसरे स्थान पर रहते हुए उन्होंने क्वालीफाई किया। वहीं तीसरे वाल्डेज याकूब रहे जिन्होंने 85.63 मीटर दूर भाला फेंका। इसके अलावा टोनी केरानन ने 85.27 मीटर थ्रो कर फाइनल में जगह बनाई।

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