राजस्थान में उपचुनाव के बाद 7 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूचियों में नाम जोड़ने, हटाने, संशोधन सहित त्रुटि हटाने का कार्य शुरू होगा। भारत निर्वाचन आयोग ने इसके लिए विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसएसआर) कार्यक्रम-2025 की तिथियां घोषित कर दी हैं। आयोग की ओर से निर्वाचन विभाग को प्राप्त निर्देशों के अनुसार, उपचुनाव वाले क्षेत्रों में मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण की गतिविधियां 25 नवम्बर से शुरू होंगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, प्रदेश में 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद 25 और 26 नवम्बर को पुनरीक्षण गतिविधियों के तहत आगामी 1 जनवरी, 2025 को पात्रता के लिए निर्धारित तिथि मानते हुए एकीकृत प्रारूप मतदाता सूचियां तैयार की जाएंगी। इन प्रारूप सूचियों का प्रकाशन 27 नवम्बर को होगा। प्रकाशित सूचियों पर आगामी 12 दिसम्बर तक दावे-आपत्तियां प्राप्त कर 24 दिसम्बर तक उनका निस्तारण किया जाएगा।
महाजन के अनुसार, इन 7 विधानसभा क्षेत्रों के लिए एसएसआर अभियान के तहत प्रारूप मतदाता सूचियों के अपडेशन के लिए विशेष शिविर 30 नवम्बर और 8 दिसम्बर को आयोजित होंगे। इन विधानसभा क्षेत्रों की अंतिम मतदाता सूचियों का प्रकाशन भी राजस्थान के 193 अन्य विधानसभा क्षेत्रों की अंतिम मतदाता सूचियों के साथ 6 जनवरी, 2025 को ही होगा।