झारखंड में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर के एक बयान से राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। बेरमो विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के लिए आयोजित एक चुनावी सभा में मीर ने कहा कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आई, तो एक दिसंबर से सभी नागरिकों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर मुहैया कराया जाएगा। मीर ने यह भी स्पष्ट किया कि गैस सिलेंडर प्रदान करने में किसी भी व्यक्ति की धार्मिक या जातीय पहचान नहीं देखी जाएगी, चाहे वह हिंदू हो, मुसलमान या घुसपैठिया।
मीर ने अपने संबोधन में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का नारा ‘बंटोगे तो कटोगे’ है, जबकि कांग्रेस का उद्देश्य समाज को जोड़ना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हमेशा जनता को एकजुट करने का कार्य करते हैं, जबकि भाजपा समाज में विभाजन की राजनीति करती है।
भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया
गुलाम अहमद मीर के बयान के बाद भाजपा नेताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। केंद्रीय कृषि मंत्री और झारखंड में भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस नेता घुसपैठियों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने की बात कर रहे हैं। चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) घुसपैठियों के संरक्षक हैं, जो अवैध दस्तावेज तैयार कराकर उन्हें सुविधाएं देते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन झारखंड को एक खतरनाक दिशा में ले जा रहा है।
बाबूलाल मरांडी ने की चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग
झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी मीर के बयान की निंदा की और इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का प्रयास करार दिया। मरांडी ने चुनाव आयोग से कांग्रेस पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस खुलेआम घुसपैठियों को सस्ते दाम पर सिलेंडर देने की घोषणा कर आदिवासी मूलवासियों के हक पर अतिक्रमण करना चाहती है। मरांडी ने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस-जेएमएम घुसपैठियों को जमीन मुहैया कराएंगे, जिससे आदिवासी समुदाय के अधिकारों का हनन होगा।
अनुराग ठाकुर का कड़ा बयान
भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने मीर के बयान को राहुल गांधी की विचारधारा से जोड़ते हुए कहा कि कांग्रेस घुसपैठियों को संरक्षण देने का प्रयास कर रही है। ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी और गुलाम अहमद मीर के विचार झारखंड में घुसपैठियों को लाभ पहुंचाने की योजना के तहत सामने आ रहे हैं।
यह मामला अब चुनावी मुद्दा बन चुका है, जिसमें कांग्रेस के घुसपैठियों को समर्थन देने के आरोपों को भाजपा जनता के सामने उठाने का प्रयास कर रही है।