सेना

सीरिया में उथल-पुथल के बाद नेतन्याहू ने कहा, “इजरायली सेना ने गोलन हाइट्स में बफर ज़ोन पर कब्जा किया”

दमिश्क। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को घोषणा की कि इजरायली सेना ने गोलन हाइट्स में एक बफर ज़ोन पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। यह ज़ोन 1974 में सीरिया के साथ हुए युद्धविराम समझौते के तहत बनाया गया था।
यह बयान तब आया जब सीरियाई विद्रोहियों ने तेजी से प्रगति करते हुए राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया और राष्ट्रपति बशर अल-असद के लंबे समय से चले आ रहे शासन को समाप्त कर दिया।
नेतन्याहू ने कहा कि दशकों पुराना यह समझौता अब ध्वस्त हो चुका है क्योंकि सीरियाई सैनिकों ने अपनी स्थिति छोड़ दी है। इसके परिणामस्वरूप, इजरायल को इस क्षेत्र का नियंत्रण अपने हाथ में लेना पड़ा।
“ऐतिहासिक दिन” करार दिया
नेतन्याहू ने इस घटना को “ऐतिहासिक दिन” बताते हुए कहा, “यह ईरान और हिजबुल्लाह पर किए गए हमारे प्रहारों का सीधा परिणाम है, जो असद के मुख्य समर्थक थे। इसने पूरे मध्य पूर्व में एक चेन रिएक्शन शुरू कर दिया है, जिससे लोग इस दमनकारी शासन से मुक्त होने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने गोलन हाइट्स के दौरे के दौरान यह बात कही। इजरायल ने इस क्षेत्र को 1967 के मध्य पूर्व युद्ध के दौरान कब्जा किया था और बाद में इसे अपने क्षेत्र में मिला लिया। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय समुदाय (अमेरिका को छोड़कर) इसे अभी भी सीरिया का कब्जा किया हुआ क्षेत्र मानता है।
सीरिया में विद्रोहियों का कब्जा और असद का पतन
रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने घोषणा की कि उन्होंने राजधानी दमिश्क पर नियंत्रण कर लिया है, जिसके बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस घटनाक्रम के साथ असद परिवार के पांच दशकों के अधिनायकवादी शासन का अंत हो गया।
इस्लामी विद्रोहियों की इस जीत ने सीरिया में ईरान और रूस जैसे असद के मुख्य सहयोगियों के प्रभाव को भी कमजोर कर दिया है। ये दोनों देश लंबे समय से असद की सरकार को समर्थन देते आ रहे थे।
गोलन हाइट्स का ऐतिहासिक महत्व
• 1967 युद्ध: इजरायल ने गोलन हाइट्स को 1967 के युद्ध में सीरिया से कब्जा कर लिया था।
• 1974 युद्धविराम समझौता: इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए एक बफर ज़ोन बनाया गया था।
• अंतरराष्ट्रीय स्थिति: अमेरिका को छोड़कर दुनिया के अधिकांश देश इस क्षेत्र को सीरिया का हिस्सा मानते हैं।
सीरियाई विद्रोहियों की जीत और इजरायल द्वारा गोलन हाइट्स में बफर ज़ोन का नियंत्रण क्षेत्रीय स्थिरता और शक्ति संतुलन पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। इससे मध्य पूर्व में नए समीकरण बन सकते हैं और असद शासन के बाद सीरिया के भविष्य को लेकर नई चिंताएं खड़ी हो सकती हैं।

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