मुंबई। आजकल मोबाइल उपयोगकर्ता स्पैम और धोखाधड़ी वाले कॉल्स से परेशान रहते हैं। इन कॉल्स के जरिए वित्तीय धोखाधड़ी और घोटाले भी तेजी से बढ़े हैं। अक्सर लोग इन्हें बैंकों की असली कॉल समझकर इनके जाल में फंस जाते हैं। इन समस्याओं को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा कदम उठाया है।
RBI की नई पहल: समर्पित नंबरों की शुरुआत
RBI ने वित्तीय संस्थानों के लिए दो विशेष फोन नंबर श्रृंखलाएं (series) जारी की हैं। अब बैंकों को अपने ग्राहकों को लेन-देन और मार्केटिंग कॉल्स के लिए इन्हीं नंबरों का उपयोग करना होगा। यह कदम मोबाइल उपयोगकर्ताओं को धोखाधड़ी वाले कॉल्स से बचाने और असली कॉल्स पर विश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है।
लेन-देन संबंधित कॉल्स
• अब सभी लेन-देन संबंधित कॉल्स बैंकों द्वारा 1600 से शुरू होने वाले नंबरों से ही की जाएंगी।
• यदि किसी लेन-देन या वित्तीय मामले से जुड़ी कॉल आती है, तो उसका नंबर 1600 से शुरू होना चाहिए। इससे ग्राहक असली और नकली कॉल्स के बीच अंतर पहचान पाएंगे।
मार्केटिंग कॉल्स और SMS
• मार्केटिंग कॉल्स और SMS के लिए RBI ने दो अलग नंबर श्रृंखलाएं निर्धारित की हैं:
o 1600 से शुरू होने वाले नंबर: बैंकिंग सेवाओं से जुड़े मार्केटिंग कॉल्स।
o 140 से शुरू होने वाले नंबर: व्यक्तिगत ऋण, क्रेडिट कार्ड, बीमा जैसे प्रचार संबंधी कॉल्स और SMS।
• यह उपयोगकर्ताओं को वास्तविक बैंक ऑफर और धोखाधड़ी वाले कॉल्स में अंतर करने में मदद करेगा।
धोखाधड़ी रोकने में सहायक
यह कदम उन बढ़ते मामलों को नियंत्रित करेगा, जहां धोखेबाज खुद को बैंक प्रतिनिधि बताकर लोगों से पैसे ठगते हैं। इससे ग्राहकों को असली बैंकिंग कॉल्स और मार्केटिंग कॉल्स को पहचानने में आसानी होगी और वित्तीय संचार की सुरक्षा बढ़ेगी।
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव
1. यदि किसी अन्य नंबर से बैंक की कॉल आती है, तो सतर्क रहें और बैंक से संपर्क कर उसकी पुष्टि करें।
2. अज्ञात नंबरों से व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
3. संदिग्ध कॉल्स की रिपोर्ट संबंधित बैंक या साइबर अपराध विभाग को करें।
RBI की यह पहल न केवल ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि उन्हें धोखाधड़ी से बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।