नयी दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि अवैध प्रवासियों की वापसी के मुद्दे पर भारत उचित कार्रवाई करेगा। यह बयान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सोमवार को हुई बातचीत के बाद दिया।
ट्रंप ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी फरवरी में अमेरिका का दौरा कर सकते हैं। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस पर कोई पुष्टि नहीं की है।
अवैध प्रवासियों पर चर्चा
रॉयटर्स के अनुसार, ट्रंप ने कहा, “मोदी के साथ प्रवास के मुद्दे पर चर्चा हुई। अवैध प्रवासियों को वापस लेने के मामले में भारत सही कदम उठाएगा।”
उन्होंने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “मैंने आज सुबह (सोमवार) मोदी से लंबी बातचीत की। वह अगले महीने, शायद फरवरी में व्हाइट हाउस आने वाले हैं। भारत के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं।”
वैश्विक मुद्दों पर चर्चा
यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों नेताओं ने वैश्विक शांति, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र, मध्य पूर्व और यूरोप की सुरक्षा के साथ-साथ एक निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार संबंध पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के बाद ट्वीट किया, “मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति @realDonaldTrump @POTUS से बात करके खुशी हुई। उन्हें उनके ऐतिहासिक दूसरे कार्यकाल पर बधाई दी। हम आपसी लाभ और विश्वास पर आधारित साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम अपने लोगों के कल्याण और वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे।”
व्हाइट हाउस का बयान
व्हाइट हाउस ने दोनों नेताओं की बातचीत का विवरण देते हुए एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया, “आज राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक उपयोगी बातचीत की। दोनों नेताओं ने सहयोग को बढ़ाने और गहरा करने पर चर्चा की।”
बयान में यह भी जोड़ा गया कि दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक, मध्य पूर्व और यूरोप में क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की।
ट्रंप ने भारत द्वारा अमेरिकी-निर्मित सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार संबंध की ओर बढ़ने के महत्व पर जोर दिया।
बयान में आगे कहा गया, “नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के व्हाइट हाउस दौरे की योजना पर चर्चा की, जो हमारे राष्ट्रों के बीच दोस्ती और रणनीतिक संबंधों की ताकत को रेखांकित करता है। दोनों नेताओं ने यूएस-इंडिया रणनीतिक साझेदारी और इंडो-पैसिफिक क्वाड साझेदारी को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। भारत इस साल पहली बार क्वाड नेताओं की मेजबानी करेगा।”