दुर्घटना

महाकुंभ में मची भगदड़, 15 श्रद्धालुओं की मौत की आशंका: अब तक की जानकारी

प्रयागराज। बुधवार, 29 जनवरी की सुबह प्रयागराज के संगम क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब हजारों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर गंगा स्नान के लिए एकत्र हुए। भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 15 लोगों के मारे जाने की आशंका है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं।
घटना के बाद संत समाज का निर्णय
महाकुंभ में स्थिति को देखते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने घोषणा की कि संत समाज ने मौनी अमावस्या अमृत स्नान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
महाकुंभ में अखाड़ों का पारंपरिक स्नान क्रम
कुंभ मेले की परंपरा के अनुसार, संन्यासी, बैरागी और उदासीन संप्रदाय के अखाड़े एक विशेष क्रम में पवित्र स्नान करते हैं और संगम घाट तक भव्य शोभायात्रा के साथ पहुंचते हैं।
मौनी अमावस्या का अमृत स्नान: एक दुर्लभ खगोलीय संयोग
महाकुंभ का प्रमुख आकर्षण मौनी अमावस्या पर होने वाला अमृत स्नान होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस वर्ष यह अनुष्ठान और भी विशेष बन गया क्योंकि 144 वर्षों में एक बार होने वाला दुर्लभ ‘त्रिवेणी योग’ पड़ा है।
महाकुंभ में भगदड़: क्या हुआ और कैसे मची अफरा-तफरी?
• भारी भीड़ से अव्यवस्था: अमृत स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे। त्रिवेणी संगम से लगभग एक किलोमीटर पहले अत्यधिक भीड़ के कारण हालात बेकाबू हो गए।
• बैरिकेड्स टूटने से बिगड़ी स्थिति: दबाव बढ़ने से बैरिकेड्स गिर गए, जिससे कई महिलाएं बेहोश हो गईं। रिपोर्टों के अनुसार, बेहोश हुई महिलाओं के गिरने से भीड़ में दहशत फैल गई और भगदड़ मच गई।
• रात 2:30 बजे की घटना: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना तड़के 2:30 बजे हुई जब भारी संख्या में श्रद्धालु संगम किनारे पहुंचे थे। भगदड़ इसलिए भी मची क्योंकि स्नान करने के बाद भीड़ को यह स्पष्ट नहीं था कि उन्हें किस दिशा में जाना है।
• करोड़ों की भीड़: दूसरे अमृत स्नान से एक दिन पहले ही करीब पांच करोड़ लोग प्रयागराज पहुंच चुके थे, जबकि मौनी अमावस्या के दिन यह संख्या 10 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद थी।
• प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बातचीत कर हालात की जानकारी ली। पीएम मोदी ने कुंभ में आए श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए तत्काल राहत उपायों पर जोर दिया।
• प्रशासन की अपील: सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से श्रद्धालुओं से बार-बार अपील की गई कि वे स्नान के बाद घाट को जल्दी खाली करें ताकि दूसरों को जगह मिल सके।
• स्नान से वंचित श्रद्धालु: भगदड़ के कारण कई लोग इस पावन दिन पर स्नान किए बिना ही लौट गए।
• राहत कार्य: मौके पर एंबुलेंस तैनात की गईं, और घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर-2 स्थित अस्थायी अस्पताल ले जाया गया।
• योगी आदित्यनाथ की अपील: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से कहा, “मां गंगा के निकटतम घाट पर स्नान करें और संगम नोज़ की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।”

Related posts

आंध्र प्रदेश में दो ट्रेनों की टक्कर में 6 की मौत, 20 से अधिक घायल

Clearnews

चलते फुटबॉल मैच के दौरान बिजली गिरने से एक खिलाड़ी की मौत और 5 घायल

Clearnews

जयपुर आ रहे हैलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैडिंग, थानेदार बना ‘टीवी एंकर’… सोशल मीडिया पर मचा धमाल, देखें वीडियो

Clearnews