जयपुर। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार को एक नए बयान में कहा कि कुछ लोगों ने हिंदू धर्म को ब्रिटिश फुटबॉल हुड़दंगियों की टीम पहचान जैसा बना दिया है, जो अपनी टीम का समर्थन न करने वालों के खिलाफ हिंसा पर उतारू हो जाते हैं।
क्या कहा थरूर ने?
जयपुर में आयोजित जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में अपने संबोधन के दौरान शशि थरूर ने कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि यदि आप मेरी टीम का समर्थन नहीं करते हैं, तो मैं आपको सिर पर मारूंगा। अगर आप ‘जय श्री राम’ नहीं कहते, तो मैं आपको कोड़े मारूंगा।”
थरूर के साथ इस चर्चा में स्पेनिश लेखक और ‘Ikigai’ के सह-लेखक फ्रांसेस्क मिरालेस भी मौजूद थे। इस दौरान पुरुषार्थ और मानव जीवन के चार लक्ष्यों पर बातचीत हुई।
चार प्रकार से एक ‘अच्छे हिंदू’ बनने की बात
शशि थरूर ने अपने संबोधन में हिंदू धर्म में चार प्रमुख मार्गों का जिक्र किया:
1. ज्ञान योग (Gyana Yoga) – पढ़ाई और ज्ञान के माध्यम से आध्यात्मिक विचारों को समझना।
2. भक्ति योग (Bhakti Yoga) – भक्ति और आस्था के मार्ग पर चलना, जिसे अधिकांश लोग अपनाते हैं।
3. राज योग (Raja Yoga) – आंतरिक ध्यान और आत्म-खोज के माध्यम से सत्य को समझना।
4. कर्म योग (Karma Yoga) – मानवता की सेवा के माध्यम से ईश्वर की उपासना करना, जैसा कि महात्मा गांधी ने किया था।
स्वामी विवेकानंद का हवाला
थरूर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने यह स्पष्ट किया था कि हिंदू धर्म में कभी भी ‘इनक्विजिशन’ (धार्मिक जांच आयोग) जैसी परंपरा नहीं रही।
उन्होंने आगे कहा, “हिंदू धर्म में यह कहने की कोई जगह नहीं है कि केवल मेरा रास्ता ही सही है। लेकिन दुर्भाग्यवश, कुछ लोग हिंदू धर्म को इस तरह सीमित कर रहे हैं कि यह ब्रिटिश फुटबॉल हुड़दंगियों की टीम पहचान जैसा लगने लगा है।”
सियासी मायने
शशि थरूर का यह बयान ऐसे समय आया है जब 2024 के लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और राजनीतिक दलों के बीच धर्म और हिंदुत्व को लेकर बहस तेज हो रही है। उनके इस बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ सकती हैं, क्योंकि भाजपा हिंदू पहचान को राष्ट्रवाद से जोड़ती रही है, जबकि कांग्रेस को अकसर ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ और ‘सेक्युलरिज्म’ के बीच संतुलन बनाने की जरूरत पड़ती है।