जयपुर। राजस्थान के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने राज्य सरकार पर निगरानी में रखने और फोन टैपिंग कराने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए और भाजपा सरकार की निष्क्रियता की आलोचना की, जिसके चलते उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
मुख्य आरोप और बयान
• मीना ने कहा कि सरकार ने उनकी फोन टैपिंग करवाई और उन पर नज़र रखी जा रही है।
• उन्होंने दावा किया, “मैंने 50 फर्जी थाना अधिकारियों (SHOs) को गिरफ्तार करवाया। मैंने 2021 की उपनिरीक्षक (SI) भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग उठाई, लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया।”
• उन्होंने भाजपा सरकार की तुलना कांग्रेस सरकार से करते हुए कहा, “यह सरकार भी पिछली कांग्रेस सरकार की तरह ही काम कर रही है।”
• मीना का कहना है कि CID उनके पीछे लगी हुई है और उनका फोन टैप कर रही है, लेकिन वे इससे डरने वाले नहीं हैं।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर हमला
मीना ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस सरकार के दौरान भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाया था, जिसके चलते भाजपा सत्ता में आई। लेकिन अब भाजपा सरकार भी उन मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है।
उन्होंने कहा, “पहले गहलोत सरकार ने मेरी फोन टैपिंग करवाई थी, अब यह सरकार भी वही कर रही है।”
भाजपा और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
1. भाजपा ने आरोपों को खारिज किया
o राजस्थान के गृह मंत्री जवाहर सिंह बेदम ने कहा, “यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। न तो किसी विधायक और न ही किसी मंत्री की फोन टैपिंग हुई है। कांग्रेस लोगों को गुमराह कर रही है।”
o भाजपा प्रवक्ताओं ने मीना के आरोपों को “राजनीतिक बयानबाजी” बताया।
2. कांग्रेस ने सरकार पर उठाए सवाल
o कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार अपने ही मंत्री की बातों को गंभीरता से नहीं ले रही।
o उन्होंने मांग की कि सरकार को इन आरोपों पर स्पष्ट जवाब देना चाहिए क्योंकि किरोड़ी लाल मीना खुद कैबिनेट मंत्री हैं और सरकार के अंदर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं।
मीना और सरकार के बीच टकराव का इतिहास
• दिसंबर 2024 में किरोड़ी लाल मीना ने दावा किया था कि इंटेलिजेंस रिपोर्ट में झूठी जानकारी दी गई कि वह ‘राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट’ को बाधित करेंगे।
• जून 2024 में उन्होंने लोकसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान में सीटें न जीत पाने की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था, लेकिन पार्टी ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया।
• मीना लगातार भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाते रहे हैं।
किरोड़ी लाल मीना के आरोपों ने राजस्थान की भाजपा सरकार में अंदरूनी कलह को उजागर कर दिया है।
• सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री का अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाना भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
• विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है, और कांग्रेस सरकार से साफ-साफ जवाब मांग रही है।
अब देखना होगा कि भाजपा इन आरोपों पर क्या रुख अपनाती है और किरोड़ी लाल मीना अपनी मांगों पर आगे क्या कदम उठाते हैं।