जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का कहना है कि प्रदेश के गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बजट 2025-26 में आगामी राजस्थान दिवस (30 मार्च, 2025 चैत्र शुक्ल प्रतिपदा) के उपलक्ष्य पर सप्ताहभर वृहद् स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाने की घोषणा की है, जिसके माध्यम से प्रदेश के इन चारों वर्गों को सौगातें दी जाएंगी। इस पर्व पर जनकल्याण को समर्पित कार्यक्रमों के साथ ही निवेश उत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं लगभग 5 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लाकार्पण एवं शिलान्यास भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को इस दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाते हुए तैयारियों को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव का होगा आयोजन
शर्मा ने कहा कि इस अवसर पर रोजगार उत्सव के माध्यम से सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र प्रदान करने के साथ ही जिला मुख्यालय पर रोजगार मेलों का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। इसी तरह बजट घोषणओं की अनुपालना में राज्य सरकार कौशल नीति एवं युवा नीति भी लेकर आएगी। विश्वकर्मा युवा उद्यमी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान भी शुरू किए जाएंगे।
किसानों व महिलाओं को होगा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह किसान कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का मेलों का आयोजन तथा किसानों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत अनुदान हस्तान्तरण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नारी सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा राजस्थान दिवस पर होने वाले कार्यक्रम के अंतर्गत लाड़ो प्रोत्साहन योजना की लाभार्थियों एवं विभिन्न महिला समूहों को सीआईएफ राशि का हस्तान्तरण किया जाएगा। इसी तरह प्रदेश की महिलाओं को इंडक्शन कुकटाप, कालीबाई भील योजना के अन्तर्गत स्कूटी वितरण एवं विवेकानन्द स्कॉलरशिप योजना के लाभान्वितों को स्वीकृति पत्र का वितरण किया जाएगा।
वंचितों को वरीयता राज्य सरकार का ध्येय
शर्मा ने कहा कि वंचितों को वरीयता देना राज्य सरकार का ध्येय है। इसी दिशा में राज्य सरकार ने बजट में पं. दीनदयाल उपाध्याय गरीब मुक्त ग्राम योजना एवं दादूदयाल घुमन्तु सशक्तीकरण योजना की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्माण श्रमिकों को डीबीटी, डेयरी बूथ अलॉटमेंट, स्वामित्व योजना के तहत पट्टा वितरण एवं विद्युत चालित चाक का वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही इस अवसर पर गरीब, युवा, अन्नदाता व नारी शक्ति के सशक्तीकरण से संबंधित विभिन्न योजनाओं के दिशा-निर्देश भी जारी किए जाएंगे।
निवेश उत्सव का होगा आयोजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राइजिंग राजस्थान के तहत हुए एमओयू को धरातल पर लागू करने के लिए मिशन मोड पर कार्य कर रही है। इसी के फलस्वरूप राज्य सरकार ने राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के आयोजन की पहली तिमाही के पूरा होने पर लगभग 3 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट की ग्राउण्ड ब्रेकिंग करने जा रही है। इसके साथ ही राइजिंग राजस्थान निवेश प्रस्तावों की मॉनिटरिंग के लिए मोबाइल एप लॉन्च की जाएगी, ताकि निवेशकों को हर संभव मदद मिल सके।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि इसी क्रम में प्रदेश की जनता को लगभग 5 हजार करोड़ के विभिन्न कार्यों के शिलान्यास एवं लोकार्पण की भी सौगात दी जाएगी। साथ ही, प्रत्येक जिले में सांस्कृतिक कार्योक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधानसभा में वित्त एवं विनियोग विधेयक पर चर्चा का प्रत्युत्तर के दौरान देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल द्वारा 30 मार्च, 1949 (वर्ष प्रतिपदा संवत् 2006) के अवसर पर दिए भाषण का उल्लेख करते हुए चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को राजस्थान दिवस भारतीय रीति-नीति से मनाए जाने की घोषणा की थी।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोडा़, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक, अतिरिक्त मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय) शिखर अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता कुलदीप रांका, अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्रेहा गुहा, अतिरिक्त मुख्य सचिव सार्वजनिक निर्माण प्रवीण गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव पीएचईडी भास्कर ए सावंत सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख शासन सचिव, शासन सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।