हृदय के उल्लास और जी का बौराना
मदमस्त मौसम और काली घटा का छाना
आ गया है सावन भीगे हैं तन मन
चहुँ ओर हरियाली और उसकी ओर आकर्षित मन
उद्वेग और व्याकुलता से व्याप्त अनगिनत उमंग
आ गया है सावन भीगे हैं तन मन
प्रकृति का इठलाना और पंछियों का चहचहाना
इंद्रधनुष के इशारे और अपनों से मिलने का बहाना
आ गया है सावन भीगे हैं तन मन
गगन का मचलना और जी का अकुलाना
रास्तों का आमंत्रण और ह्रदय के लगातार बजते तार
आ गया है सावन भीगे हैं तन मन
अक्सर गुनगुनांना और किसी अपनों के मन में समाना
उत्साह और व्यग्रता का अनोखा संगम बनाता है रोमांचक बहाना
आ गया है सावन भीगे हैं तन मन
पानी के बूंदों का गिरना और मन मयूर का मनोहारी नृत्य
वही बचपना का वापस आना और दिल की किलकारी का फिर दस्तक देना
आ गया है सावन भीगे हैं तन मन
मन कहे सब छोड़ भागो सावन की ओर
एक यही उच्छश्रृंखलता की डोर मोहे खींचे वास्तविक मन की ओर
आ गया है सावन भीगे हैं तन मन.