जयपुर

लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की-गहलोत

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आजादी के बाद देश के सामने कई चुनौतियां आई, लेकिन देश इन चुनौतियों का मुकाबला करते हुए आगे बढ़ता रहा, क्योंकि हमारे लोकतंत्र की जड़ें मजबूत है।

महात्मा गांधी, नेहरू, सरदार पटेल, डॉ. अम्बेड़कर जैसे महान नेताओं ने इस लोकतंत्र को मजबूत बनया। सरकारें आती जाती रही, लेकिन लोकतंत्र कायम रहा। लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है, क्योंकि लोकतंत्र बचेगा तभी देश बचेगा।

गहलोत शनिवार को 74वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर सवाई मान सिंह स्टेडियम में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्टेडियम में ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि देश की आजादी के बाद प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने अपनी दूरदर्शिता से भारत को आत्मनिर्भर बनाने की नींव रखी। इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मनमोहन सिंह जैसे नेताओं की नीतियों और विजन से भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी।

यूपीए सरकार के समय देश में अधिकार आधारित युग की शुरूआत हुई। देशवासियों को खाद्य सुरक्षा, सूचना एवं शिक्षा का अधिकार तथा मनरेगा के रूप में रोजगार का अधिकार मिला। गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में राजस्थान ने बेहतरीन प्रबंधन कर आमजन को राहत पहुंचाई है।

राजस्थान कोरोना के पैरामीटर में बेहतर स्थिति में है। गरीब, असहाय, बेसहारा एवं जरूरतमंदों को संबल देने के लिए राज्य सरकार ने अब तक 6 हजार करोड़ रूपए खर्च किए हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर देश की रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों तथा जांबाज सैनिकों को याद किया और कहा कि उनके त्याग और बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता।

इस अवसर पर आर्मी एवं सेंट्रल पुलिस बैंड की ओर से बैंडवादन और लोक कलाकारों ने लोकगीतों और नृत्य के साथ ही देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, नर्सिंगकर्मियों, चिकित्सकों, सफाई कार्मिकों एवं पुलिसकर्मियों ने कोरोना योद्धा के रूप में हम होंगे कामयाब गीत की आकर्षक प्रस्तुति दी। अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ।

राज्यस्तरीय समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने बड़ी चौपड़ पर भी ध्वजारोहण किया और जनता को संबोधित किया और कहा कि इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, बेअंत सिंह जैसे नेताओं ने अपनी जान की कुर्बानी देकर देश को अखंड रखा। हमारी सरकार पारदर्शी एवं जवाबदेह सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक अमीन कागजी और रफीक खान उपस्थित रहे।

Related posts

मल्टी सर्विस सेन्टर और गोदाम निर्माण पर 200 करोड़ खर्च होंगे

admin

अमृतपाल के खालिस्तान की तुलना हिंदू राष्ट्र से: मुख्यमंत्री गहलोत ने छेड़ी नई बहस

Rakesh Ranjan

नगर निगम (municipal corporation) में ठेकेदारों (contractors) की फाइलें रुकते (stoppage) ही होने लगती है धन की बरसात(Rain of money)

admin