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कोरोना संक्रमितों को 30 मिनट में चिकित्सा सुविधा होगी उपलब्ध

जयपुर। चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि शासन सचिवालय में 24 घंटे संचालित होने वाला राज्य स्तरीय वॉर रूम महज 30 मिनट में कोरोना संक्रमितों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने में मदद करेगा। इस वार रूम का हेल्पलाइन नंबर 181 है।

शर्मा ने बताया कि वॉर रूम और इससे संबंधित जिला स्तरीय वॉर रूम के जरिए अधिकतम 30 मिनट में कोरोना मरीज या उनके परिजनों की समस्त समस्याओं का समाधान किया जाएगा। वॉर रूम में राज्य के सभी जिला वॉर रूम में तैनात कर्मचारियों व अधिकारियों के नामों की सूची और मोबाइल नंबर उपलब्ध रहेंगे। वहीं कोविड-19 से संबंधित सभी जांच केन्द्रों की सूचना, निजी व राजकीय कोविड डेडीकेटेड अस्पतालों की लिस्ट भी उपलब्ध रहेगी।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि जिला स्तरीय वॉर रूम जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिले के प्रमुख डेडिकेटेड अस्पताल में 24 घंटे संचालित किए जाएंगे। जिला स्तरीय वॉर रूम एक प्रशासनिक अधिकारी, दो चिकित्सक और अन्य कार्मिकों के साथ तीन पारियों में संचालित किए जाएंगे। इन वॉर रुम में कोविड डेडिकेटेड सभी अस्पतालों में उपलब्ध बैड्स की रियल टाइम सूचना व एम्बूलेंस संबंधी जानकारी उपलब्ध रहेगी।

वॉर रूम की निगरानी के लिए एक दूरभाष नंबर व नेट कनेक्टिविटी के साथ कंम्प्यूटर और सीसीटीवी कैमरे भी स्थापित किए जा रहे है। सभी जिला स्तरीय वॉर रूम को निर्देशित किया गया है कि अधिकतम 30 मिनट के भीतर मरीज या परिजन की समस्या को हल किया जाए।

उन्होंने बताया कि बिना लक्षण वाले मरीज यदि किसी चिकित्सकीय सलाह की मांग करते हैं तो हैल्प डेस्क पर मौजूद चिकित्सक उसकी मदद करेगा और दवा की मांग होने पर मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत दवा उपलब्ध कराई जाएगी। जबकि लक्ष्ण वाले मरीजों को आग्रह करने पर कोविड डैडिकेटेड अस्पतालों में भर्ती कराने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था कराई जाएगी।

आरयूएचएस कोविड सेंटर में बैड की संख्या 900 की जाएगी

डॉ. शर्मा ने कोविड डेडिकैटेड हॉस्पिटल आरयूएचएस जयपुर में बैड्स की संख्या 500 से बढ़ाकर 900 करने के लिए निर्देश दिए है। जयपुर के मेट्रो मास अस्पताल को भी कोविड सेंटर के रुप में विकसित करने की योजना है। वहीं ईएसआई अस्पताल, रेलवे अस्पताल में भी बैड्स लिए गए है और मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमितों की रिकवरी रेट 83 फीसदी को पार कर गई है जबकि मृत्यु दर 1.16 फीसदी है। सभी कोविड सेंटर में आक्सीजन सिलेंडरों की पर्याप्त व्यवस्था है। इसके लिए लगातार आक्सीजन सिलेंडरों को प्रिक्योर किया जा रहा है जिससे कि किसी भी मरीज को आक्सीजन की कमी का सामना नहीं करना पड़े।

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