जयपुर। बारां जिले के कलक्टर इंद्र सिंह राव के निजी सहायक महावीर नागर को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (एसीबी) की कोटा इकाई ने 1.40 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में कलक्टर इंद्रजीत राव की संलिप्तता के संकेत भी मिले और इस आधार पर तत्काल उन्हें अगले आदेश तक पदस्थापन की प्रतीक्षा (एपीओ) में रखा गया है।
एसीबी की कोटा इकाई की ट्रेप कार्रवाई
इस मामले में एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की कोटा इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई थी कि उसके पेट्रोल पम्प की एनओसी जारी करने की एवज् में बारां के जिला कलक्टर के पीए महावीर नागर द्वारा 2.40 लाख रुपये की रिश्वत मांगकर परेशान किया जा रहा है। जिस पर एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन करवाया गया और 9 दिसम्बर को बारां में एसीबी कोटा इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील और उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्यवाही करते हुए जिला बांरा कलक्टर के निजी सहायक (पीए) महावीर नागर को परिवादी से 1.40 लाख रुपये की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
नागर ने 40 हजार अपने और एक लाख रुपये कलक्टर के लिए लेना स्वीकारा
प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपी द्वारा एनओसी जारी करने की एवज में से ली गई रिश्वत राशि में से 1 लाख रुपये कलेक्टर बांरा के लिए तथा 40 हजार रुपये स्वयं के लिए लेना स्वीकार किया है। आरोपी के निवास एवं अन्य ठिकानों पर एसीबी टीमों द्वारा तलाशी जारी है। उधर, राज्य सरकार ने चूंकि मामले में जिला कलक्टर इंद्रजीत राव की संलिप्तता की आशंका के मद्देनजर उन्हें एपीओ कर दिया है।