दूसरा दिन – गेंदबाजों का हल्लाबोल
एडिलेड पिंक बॉल टेस्ट का दूसरा दिन पूरी तरह गेंदबाजों का रहा। पंद्रह विकेट एक ही दिन में गिरे। तीन सौ रन बनाने की आशा लिये उतरी भारतीय टीम के आखिरी 4 विकेट चंद गेंदो में ही गिर गये और 250 का आकड़ा भी 6 रन से दूर रहा गया। भारत 244 पर ऑल आउट हो गया।
उमेश को मिली नयी गेंद और कंगारुओं ने की कछुए जैसी बल्लेबाजी
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय गेंदबाज बेहतरीन प्रदर्शन कर के टीम को हमेशा वापस खेल में लाने में सफल हुए है। आज भी वैसा ही कुछ देखने को मिला, उमेश यादव को शमी की जगह नयी गेंद मिली। उन्होंने निराश नहीं किया परंतु विकेट नहीं मिले। बूमरा ने दोनो ही कंगारू सलामी बल्लेबाजों को पगबाधा आउट किया। भारत की किस्मत अंपायर्स कॉल में चमकी पर कैच लपकने के मामले में बूमरा और पृथ्वी शॉ ने भारी गलतियां की, अन्यथा भोजन काल से पहले लाबुशाने आउट हो जाते।
भोजन काल के बाद अश्विन ने कसा शिकंजा
कल नाथन लायन ने जो काम दूसरे सत्र में किया कुछ वैसा ही बल्कि उससे भी बेहतर काम अश्विन ने आज किया। रहाणे और कोहली ने अच्छे कैच लपके और भारत की सबसे बड़ी परेशानी स्मिथ और युवा प्रतिभा ग्रीन उनके शिकार हो गये। अश्विन ने हेड को खुद ही कैच पकड़कर चलता किया। यह सत्र अश्विन के नाम रहा।
चाय के बाद उमेश यादव की वापसी
चाय के बाद टिम पेन ने सकारात्मक तरीके से भारतीय गेंदबाजों का सामना किया। रन गति बढ़ाई और एक शानदार नाबाद 73 रन की पारी खेली। उसी दौरान दूसरे छोर पर उमेश यादव ने लाबुशाने व कमिन्स को चलता किया और उन्होंने ही हेजलवुड को आउट करके भारत को 53 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई।
आकड़ों के हिसाब से देखे तो ऑस्ट्रेलिया 191 रन ही बना सकी और पहली पारी में उसने खराब प्रदर्शन किया। यही नहीं, उसकी रन गति भी बहुत धीमी रही। भारत के सलामी बल्लेबाजों को दूधिया रोशनी में 6 -7 ओवर खेलने का मुश्किल काम मिला। खराब फार्म के चलते पृथ्वी फिर चलते बने लेकिन मयंक भाग्यशाली रहे और उन्हें दो मौके मिले। बूमरा और मयंक कल नई गेंद का कैसे सामना करते हैं ये देखना होगा। यह मैच 5 दिन चलेगा, ऐसा फिलहाल संभव होता नहीं लग रहा है।