जयपुर। दुर्घटना में घायल हुए लोगों की जान बचाने में एंबुलेंसकर्मियों का विशेष योगदान होता है, लेकिन एक एंबुलेंसकर्मी ने लालच में आकर ऐसी शर्मनाक हरकत की कि लोगों का विश्वास एंबुलेंसकर्मियों पर से उठ सकता है। जयपुर ग्रामीण पुलिस ने दुर्घटना में मृत महिला के शरीर से जेवर चुराने के आरोप में एक एंबुलेंसकर्मी को गिरफ्तार किया है।
जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि 14 दिसंबर को दिल्ली जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ताला मोड़ के पास बस चालक ने मोटरसाइकिल सवार नवदंपत्ति को टक्कर मार दी थी। इस घटना में युवक महेश यादव की मौके पर ही मौत हो गई थी और उसकी पत्नि संजना देवी गंभीर रूप से घायल हो गई थी और बाद में उसकी भी मौत हो गई थी। दुर्घटना में बस भी अनियंत्रित होकर पलटी खा गई थी, जिससे 20 सवारियां भी घायल हो गई थी, जिन्हें 108 एम्बुलेंसों के जरिए निम्स अस्पताल पहुंचाया गया था।
इस मामले के अनुसंधान के दौरान मृतका के परिजनों ने बताया कि घर से रवाना होने से पूर्व मृतका ने सोने-चांदी के जेवर पहन रखे थे व उसके पास पर्स और मोबाइल भी था, जो उन्हें नहीं मिला है। इस पर आभूषण चोरी का मामला थाना चंदवाजी में दर्ज किया गया था।
मामले की जांच के लिए जांच दल गठित किया गया और अनुसंधान में निम्स अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज देखे गए। इमरजेंसी में ले जाते समय मृतका के शरीर पर गहने नहीं थे। इस पर निम्स अस्पताल में उपचार करने वालों और एम्बुलेंसकर्मियों से पूछताछ की गई। मामले में एंबुलेंसकर्मी कंपाउंडर की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
इस पर पुलिस ने कम्पाउंडर सद्दाम हुसैन से गहनता से पूछताछ की। पूछताछ में कंपाउंडर ने चोरी की वारदात कबूल कर ली। पुलिस ने उसके घर से मृतका के सोने-चांदी के जेवर मंगलसूत्र, पायजेब, अंगूठी बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया। मृतका का मोबाइल नम्बर ट्रेक किया गया तो वह अलवर के बानसूर क्षेत्र में एक्टिवेट मिला। पुलिस ने बानसूर में मोहनलाल गुर्जर को गिरफ्तार कर उससे मोबाइल भी बरामद कर लिया।