गुलाबीशहर की रंगत गुरुवार, 7 जनवरी को उस समय फीकी हो गई जब वैशालीनगर इलाके की बुनकर कॉलोनी में एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई। इस इलाके में कर्ज में डूबे एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और दो बच्चों की गला रेतकर हत्या कर दी और खुद को फांसी के फंदे से लटका लिया।
आसपास के लोगों के मुताबिक यह व्यक्ति कॉलोनी में घर के बाहर सब्जी का ठेला लगाता था। पुलिस ने कर्ज देकर वसूली का दबाव बनाने वाले सूदखोर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। चारों मृतकों के शवों को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। शुक्रवार को सभी का पोस्टमार्टम होगा।
सवाई माधोपुर का रहने वाला है परिवार
पुलिस और आसपास रहने वालों से मिली जानकारी के मुताबिक अपने पत्नी और बच्चों की हत्या करके फंदे से लटककर जान देने वाले का नाम गिरिराज मीणा (28) था और वह व्यक्ति सवाई माधोपुर का रहने वाला था। गिरिराज कुछ महीनों से कर्जे के चलते काफी परेशान चल रहा है और इसी कर्जे के कारण उसने अपनी पत्नी शिमला (25), चार वर्षीय बेटी अनुष्का और डेढ़ वर्षीय बेटे कानू की गला रेतकर हत्या की ।
आसपास वालों ने दी पुलिस को इत्तला
गुरुवार को सुबह से काफी देर तक गिरिराज के बच्चों और पत्नी की आवाज जब घर से नहीं आई तो दूध का कारोबार करने वाले मकान मालिक रूपनारायण की पत्नी सुनीता ने दोपहर करीब 1 बजे गिरिजार को दिये किराये के घर में खिड़की से झांककर देखा तो उसे गिरिराज का शव पंखे से लटका हुआ और पत्नी व बच्चो शव खून से लथपथ दिखे। उसने इसकी सूचना अपने पति और आसपड़ोस वालों को दी और उन लोगों ने घटना की इत्तला को पुलिस को की।
इसके बाद पुलिस दरवाजा तोड़कर घर के अंदर घुसी और वहां उसने मीणा और उसके परिवार को मृत पाया। पुलिस को मृतक के घर से एक सुसाइड नोट मिला है। एक कॉपी में मिले इस सुसाइड नोट के मुताबिक गिरिराज ने दिनेश यादव नामक व्यक्ति से 70 हजार रुपये उधार लिये और 30 हजार रुपये उसने चुका भी दिये थे। लेकिन, यादव उससे 1.65 लाख रुपये की वसूली करना चाहता था। इस वसूली के लिए वह गिरिराज पर दबाव बना रहा था और इसे लेकर उसने गिरिराज की गाड़ी को भी जब्त कर लिया था।