जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भीलवाड़ा शराब दुखांतिका पर दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उपचाररत व्यक्तियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। मुख्यमंत्री ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए प्रथम दृष्ट्या लापरवाही बरतने पर आबकारी एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
गहलोत के निर्देश पर मांडलगढ़ के पुलिस वृत्ताधिकारी विनोद कुमार, थाना प्रभारी मनोज कुमार जाट, बीट प्रभारी हैड कांस्टेबल जगदीश चन्द तथा कांस्टेबल शिवराज, भीलवाड़ा जिला आबकारी अधिकारी मुकेश देवपुरा, सहायक आबकारी अधिकारी आबकारी निरोधक दल महीपाल सिंह, मांडलगढ़ के आबकारी निरीक्षक विकासचंद शर्मा, प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल सरदार सिंह, जमादार नरेन्द्र सिंह, सिपाही राजेन्द्र सिंह, जगदीश प्रसाद और अरूण कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। प्रकरण की प्रशासनिक जांच संभागीय आयुक्त अजमेर को सौंपी गई है। वे सभी पहलुओं की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेंगे।
मुख्यमंत्री ने शराब दुखांतिका के मृतक आश्रित परिवारों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपए और उपचाररत लोगों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में अवैध शराब बनाने और बिक्री पर सख्त है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।