जयपुर। एसीबी ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जेसीटीएसएल के एमडी, डबल एओ और आज ही शुरू हुई मिडी बसों की सप्लायर कंपनी के प्रबंधक को 4 लाख की रिश्वत लेते और देते गिरफ्तार किया है।
एसीबी के डीजी बीएल सोनी, एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में एएसपी बजरंग सिंह शेखावत ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने परकोटे के लिए मिडी बसों को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया था।
बसों के उद्घाटन के बाद रिश्वत की राशि के लेनदेन की सूचना एसीबी को मिली थी। इस सूचना पर टीम ने जेसीटीएसएल के एमडी वीरेंद्र वर्मा के घर पर दबिश दी और रिश्वत लेते वर्मा और डबल एओ महेश गोयल को व रिश्वत देते हुए नई बसों को सप्लाई कर रही पारस कंपनी के प्रबंधक नरेश सिंघल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
जेसीटीएसएल सूत्रों के अनुसार बसों की सप्लाई और संचालन में बड़ा खेल चलता है। नई बसों के संचालन और टेंडर की शर्तों कुछ रियायत देने को लेकर यह रिश्वत राशि दी गई थी। इससे पूर्व में लो फ्लोर बसों के संचालन में भी भारी भ्रष्टाचार चल रहा था। वीरेंद्र वर्मा जेसीटीएसएल में विशेषाधिकारी के पद पर तैनात हैं और उन्हें पिछले वर्ष नवंबर में ही एमडी का अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया था।