चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने 18 से 44 वर्ष के लोगों के वैक्सीन लगाने पर आमजन के साथ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को टीकाकरण में प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं।
चिकित्सा सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि प्रदेश में 1 मई से 18 से 44 वर्ष की आयु के व्यक्तियों का निशुल्क कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। चूंकि सीरम इंस्टीट्यूट से प्रथम बार 3 लाख वैक्सीन डोजेज ही प्राप्त हुई हैं। ऐसे में वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर आम जन समुदाय के साथ आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभागों के कार्य स्थल पर कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में कार्यरत कार्मिकों, जनप्रतिनिधियों तथा कोविड नियंत्रण में कार्य कर रहे विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों आदि में कोविड संक्रमण के खतरे के दृष्टिगत प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाने के निर्देश दिए हैं।
कोविड संक्रमण से ज्यादा प्रभावित 12 जिलो (जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर, भरतपुर, अलवर, कोटा, पाली, धौलपुर, सीकर, भीलवाडा, बीकानेर) में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लाभार्थियों का निशुल्क वैक्सीनेशन निम्न प्राथमिकता के अनुसार किया जाए।
महाजन ने कहा कि आमजन के साथ टीकाकरण में डीओआईटी के कार्मिक, विद्युत विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, परिवहन विभाग, राजस्व अर्जन वाले विभाग यथा वाणिज्य कर खनन एवं पेट्रोलियम, पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग तथा वित्त विभाग इत्यादि के कार्मिक, जनसंपर्ककर्मी, मीडियाकर्मी व हॉकर्स, राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के चालक, परिचालक व अन्य अधिकारी व कर्मचारी, निर्वाचित जनप्रतिनिधि, वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, पशुपालन विभाग अधिकारी एवं कर्मचारी, बैंक कार्मिक, रेल्वे के फ़्रंटलाइन कार्मिक, एयरपोर्ट के फ्रंटलाइन कार्मिको को प्राथमिकता दी जाए।
इसी तरह इण्डस्ट्रीयल वर्कर, ऑक्सीजन सप्लायर्स (ट्रक डाईवर, प्लांट पर कार्यरत कर्मचारी ), उचित मूल्य की दुकानों के राशन डीलर, ई-मित्र कियोस्क संचालक, इन्दिरा रसोई योजना के कार्मिक, स्ट्रीट वेण्डर किराना दुकानदार, आटा चक्की वाले, सब्जी बेचने वाले डेयरी बूथ संचालक मंडियों में कार्य करने वाले व्यापारी व अन्य व्यक्ति, दवा की दुकानों पर काम करने वाले फार्मासिस्ट पेट्रोल पम्प के कार्मिक व एलपीजी गैस वितरण करने वाले व्यक्तियों का प्राथमिकता से वैक्सीनेशन किया जाए।