राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर “महामारी रेडअलर्ट जनअनुशासन पखवाड़े के दौरान प्रदेश में कोई भूखा नहीं सोये” अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान की सफलता के लिए स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश पर कोटा जिले में इंदिरा रसोई योजना से शहर में ना केवल 22 कार्यस्थलों पर नियोजित श्रमिकों को दोनों वक्त का नि:शुल्क भोजन वितरण किया जा रहा है बल्कि जरूरतमंद श्रमिकों को रोजगार के विकल्प भी प्रदान किये जा रहे हैं।
धारीवाल ने बताया कि सरकार की मंशा अनुरूप सभी इन्दिरा रसोई योजना से कार्यस्थलों पर नियोजित श्रमिकों को दोनों वक्त का ताजा एवं गुणवत्तायुक्त भोजन का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है। प्रदेश में श्रमिकों का पलायन रोककर महामारी रेडअलर्ट जनअनुशासन पखवाड़े के दौरान नजदीकी कार्य स्थलों पर नियोजित करने के निर्देश शहरी विकास संस्थाओं को प्रदान किय गये हैं। इसमें चिन्हित कार्य स्थलों पर नगर विकास न्यास एवं नगर निगम की टीम द्वारा श्रमिकों को ताजा भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
कोटा जिले में नगर विकास न्यास एवं नगर निगम द्वारा विकास कार्य कराये जा रहे हैं जिनमें बड़ी संख्या में श्रमिक कार्यरत हैं। ऐसे सभी श्रमिकों का पलायन रोककर कार्यकारी एजेंसियों को निर्देश दिये है कि नियोजित श्रमिकों का आकलन कर उन्हें कार्य स्थल पर ही दोनों समय भोजन उपलब्ध कराया जाए। नगर विकास न्यास द्वारा सभी कार्य स्थलों पर भोजन वितरण किया जा रहा है जहां सरकारी कार्य अथवा निजी क्षेत्र में प्रगतिरत कार्य में नियोजित कोई भी श्रमिक नि:शुल्क भोजन प्राप्त कर सकता है।
यदि किसी श्रमिक को नियमित कार्य मिलने में परेशानी आ रही है अथवा जनअनुशासन पखवाड़े के कारण कार्य नहीं मिलने से बेरोजगार है तो उसे कार्य दिलाने के लिए नगर विकास न्यास के अधिकारियों को निर्देश प्रदान किये गये है। कोई भी श्रमिक इस दौरान कार्य के बेरोजगार नहीं रहेगा तथा कोटा शहर में भूखा नहीं सोयेगा, यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को पाबंद किया गया है।