जयपुर में दवाओं की कालाबाजारी रोकने व दवाओं के निर्धारित दर से अधिक की वसूली पर अंकुश लगाने के लिये बनाये गये औषधि नियंत्रक दल की कार्यवाही निरतंर जारी है। इस दल ने बुधवार, 19 मई को शहर के कई मेडिकल स्टोर्स का आकस्मिक निरीक्षण किया जिनमें से 7 स्टोर्स पर विभिन्न अनियमितताएं मिलने के कारण दंडस्वरूप उनके संचालकों का 3 से 21 दिनों तक के लिए लाइसेंस निलंबित किया। इस दल ने 18 मई को 11 मेडिकल स्टोर्स के विरुद्ध इसी तरह की कार्रवाई की थी।
बोगस ग्राहक भेजकर पकड़ी कालाबाजारी
सहायक औषधि नियंत्रक दिनेश तनेजा ने बताया कि टीम ने शहर के कुछ मेडिकल स्टोर्स पर बोगस ग्राहक भेजकर बिना चिकित्सकीय परामर्श के कोरोना के इलाज की दवाइयां मांगी। स्टोर्स संचालकों ने बिना चिकित्सीय परामर्श पत्र मांगे और बिना बिल के दवाएं ग्राहक को दे दीं। इनकी गहनता से जांच करने पर बिना बिल के एवं रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति में इन औषधियों का बेचान करना, कोरोना महामारी में काम आने वाले उपकरण, मास्क इत्यादि की मनमानी कीमतें वसूलना सहित कई अनियमितताएं पाई गईं। उन्होंने बताया कि कार्यवाही स्वरूप 7 मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस 3 से 21 दिनों के लिए निलंबित किए गए।
चौतरफा कार्रवाई
तनेजा ने बताया कि आदर्श नगर के यूनिक मेडिकोज व जैन मेडिकल एंड प्रोविजन स्टोर, एसएमएस हॉस्पिटल के पास के हीना मेडिकल एंड प्रोविजन स्टोर, मानसरोवर के पद्मा मेडिकोज एंड जनरल स्टोर, भट्टा बस्ती के जिक्र फार्मेसी एंड जनरल स्टोर, प्रताप नगर के चौधरी मेडिकल एंड प्रोविजन स्टोर और जगतपुरा के श्री मेडिकल्स का लाइसेंस कुछ दिनों के लिए निलंबित किया गया है। इन दिवसों में ये मेडिकल स्टोर्स आमजन के लिए बंद रहेंगे।