राजस्थान में संगठन और मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले कांग्रेस आलाकमान ने गहलोत सरकार से कांग्रेस घोषणा पत्र (manifesto) में किए वादों (promises) को पूरा करने का हिसाब मांगा है। कांग्रेस जनघोषणा पत्र समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर जयपुर आए।
मुख्यमंत्री निवास पर ताम्रध्वज ने मुख्यमंत्री व उनके मंत्रीमंडल में शामिल मंत्रियों से जनघोषणा पत्र के वायदों की रिपोर्ट ली। तकरीब चार घंटे तक चली इस बैठक में एक-एक मंत्री से विभागवार जानकारी ली गई। मुख्यमंत्री व मंत्रियों से जनघोषणा पत्र के क्रियान्वयन का फीडबैक लेने के बाद साहू व उनके साथ आए सांसद अमर सिंह दिल्ली लौट गए। अब वे इसकी रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौपेंगे।
शनिवार सुबह ताम्रध्वज साहू ने जयुपर पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि सोनिया गांधी के आदेश पर आज दोबारा घोषणा पत्र कमेटी की बैठक लेने आया हूं। राजस्थान सरकार ने कांग्रेस घोषणा पत्र पर कितना काम किया है, इसका रिव्यू करेंगे। रिव्यू के बाद आलाकमान को रिपोर्ट देंगे। उल्लेखनीय है कि अजय माकन के फीडबैक के पहले दिन ही 28 जुलाई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी मंत्रियों और विभागों के प्रमुख अफसरों के साथ बैठक करके अब तक घोषणाओं पर हुए काम का रिव्यू किया था। शुक्रवार से सभी मंत्री अपने-अपने विभाग में बैठकें करके तैयारियों में लगे थे।
घोषणा पत्र क्रियान्वयन समिति का गठन सोनिया गांधी ने पिछले साल जनवरी में किया था। मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश कांग्रेस के जनघोषणा पत्र की समीक्षा बैठक के बाद साहू ने कहा कि हाईकमान के आदेश पर हमने प्रदेश सरकार के मंत्रियों से विभागवार जानकारी ली है। अब इसकी रिपोर्ट दिल्ली सौपेंगे। साहू ने कहा कि सरकार ने ढाई साल में आधे के लगभग वायदे पूरे किए हैं, उन्होंने सरकार की सराहना करते हुए कहा कि गहलोत सरकार ने कोरोनाकाल में भी बेहतर काम कर आमजन की मदद की। कुछ विभागों का काम बहुत अच्छा है तो कुछ का सामान्य रहा इस पर पार्टी स्तर पर चर्चा करेंगे।
जनघोषणा पत्र समिति की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कांग्रेस घोषणा पत्र में जनता से किए वादों में 64 फीसदी पर काम पूरा करने का दावा किया है। दावे के मुताबिक 28 फीसदी घोषणाओं पर काम प्रगति पर है, जबकि 8 फीसदी घोषणाओं पर काम बाकी है। गहलोत ने लिखा कि हमने पहली बार जनघोषणा पत्र को नीतिगत दस्तावेज के रूप में स्वीकार कर उसी अनुरूप काम किया। पार्टी द्वारा किए गए हर वादे के प्रति वे सजग है हमारे सभी वायदे पूरे हो रहे हैं।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, पहली बार किसी सरकार ने चुनाव घोषणा पत्र में किए वादों का हिसाब दिया है। 52 फीसदी वादे तो हमने दो साल से कम में ही पूरे कर दिए थे। डेढ़ साल हमने कोरोना का भी सामना किया है, फिर भी हम घोषणा पत्र के वादों को पूरा करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी में प्रदेश में पहली ऐसी पार्टी है जिसने अपने वायदों का हिसाब दिया है।
कांग्रेस जनघोषणा पत्र समिति की बैठक पर बीजेपी नेता व विधानसभा में उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कटाक्ष किया है। उन्होने लिखा है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार की आधी उम्र निकलने के बाद आलाकमान को उनका घोषणा पत्र याद आया है। यह घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा है। यही मिथ्य पत्र कांग्रेस के पतन का कारण बनेगा। गहलोत सरकार ने जनता से झूठे वायदे किए है, घोषणाओं का अंबार लगा दिया पर काम कुछ नहीं हुआ। पूरे ढाई साल गहलोत केवल अपनी कुर्सी बचाने में लगे रहे जनता यह धोखा बर्दाशत नहीं करेगी।