राजस्थान के चिकित्सा मंत्री (Medical Minister) ने डॉ. रघु शर्मा चिकित्साकर्मियों का आभार जताते हुए कहा है कि कोविड (Covid) काल में चिकित्साकर्मियों ने पूर्ण समर्पण तथा निःस्वार्थ भाव से कार्य किया। यही कारण रहा कि जहा देश में कोविड मृत्यु दर 1.24 प्रतिशत थी। वही राजस्थान में यह 0.93 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोविड नियत्रंण (Control) के लिए बजट (Budget) की कोई कमी नहींआने दी जाएगी।
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सोमवार को अजमेर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में स्वाधीनता दिवस के अवसर पर चयनित चिकित्साकर्मियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर चिकित्सा विभाग के 17 अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। डॉ. शर्मा सोमवार को अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज के नवीन सभागार के उद्घाटन एवं राज्य स्तरीय सम्मान के लिये चयनित चिकित्सकों व चिकित्सा कर्मियों के सम्मान के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने इस सभागार का नामकरण डॉ. भीमराव अम्बेड़कर के नाम पर करने की घोषणा भी की।
चिकित्सा मंत्री ने चिकित्साकर्मियों का आभार जताते हुए कहा है कि कोविड काल में चिकित्साकर्मियों ने पूर्ण समर्पण तथा निःस्वार्थ भाव से कार्य किया। यही कारण रहा कि जहा देश में कोविड मृत्यु दर 1.24 प्रतिशत थी। वही राजस्थान में यह 0.93 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोविड नियत्रंण के लिए बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़-दो साल की कष्टपूर्ण परिस्थितियों तथा केवल 30 प्रतिशत राजस्व के बावजूद मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए खजाना खोल दिया।
डॉ. शर्मा ने कहा कि कोविड वैरिएंट्स के परीक्षण के लिए जयपुर में जीनोम सीक्वेंसिंग आरम्भ की गई। उन्होंने कहा कि कोविड पूर्व राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता लगभग 400 मैट्रिक टन थी। उसे लगातार प्रयास कर 615 मैट्रिक टन तक बढ़ा दिया गया है। शीघ्र ही एक हजार मैट्रिक टन का लक्ष्य भी प्राप्त कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों पर सर्वाधिक खतरे की आशंका जताई गई है। इसे देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य ढ़ांचे का लगातार उन्नयन किया जा रहा है। 550 से अधिक नीकू और पीकू बैड्स तैयार कर लिए गए है। सभी बैड्स पर केन्द्रीकृत ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि 450 से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए है। इसके अलावा 332 सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में ऑक्सीजन बैड्स की उपलब्धता के साथ ही वहां समुचित सुविधाएं विकसित की जा रही है ताकि रोगियों को अपने आसपास ही ईलाज मिल सके। इससे जिला अस्पतालों पर अतिरिक्त भार कम हो सकेगा।
समारोह में चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में आधाभूत ढ़ांचे के विकास पर फोकस किया, जिसके परिणाम सार्थक रहे। वर्तमान में पीएचसी से मेडिकल कॉलेज स्तर तक सुविधाएं इतनी विकसित हो चुकी है कि पड़ोसी राज्यों के मरीज भी इलाज के लिए राजस्थान पर ही विश्वास कर रहे है।
करीब 340 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण व अवलोकन
चिकित्सा मंत्री ने अजमेर के कायड़ में 200 करोड़ की लागत से नए बनने वाले चिकित्सा महाविद्यालय की भूमि का अवलोकन किया। साथ ही लगभग 30 करोड़ रूपए की लागत के कार्यो का लोकार्पण तथा 70 करोड़ रूपए से अधिक लागत के कार्यों का शिलान्यास किया गया। उन्होंने कार्डियोलॉजी कैथ लैब, बहु उपयोगी रिसर्च यूनिट (एमडीआरयू) तथा स्किल सेन्टर का लोकार्पण किया। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बन रहे मेडिसीन ब्लॉक, पीजी गल्र्स हॉस्टल, शिशु रोग ब्लॉक एवं मल्टी स्टोरी पार्किग, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट तथा मोर्चरी का अवलोकन भी किया।
राज्य स्तरीय समारोह में ये हुए सम्मानित जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. वी.बी. सिंह, चिकित्सा विभाग के शासन उप सचिव श्री संजय शर्मा, भीलवाड़ा पीएमओ डॉ. ए.के. गौड़, आरयूएचएस चिकित्सालय के चिकित्सक अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह, जयपुर प्रथम सीएमएचओ डॉ. नरोत्तम शर्मा, एसएमएस अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. नरेन्द्र सिंह चौहान, सीनियर प्रोफेसर सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर डॉ. सुरेन्द्र कुमार, आरयूएचएस चिकित्सालय जयपुर डॉ. गोविन्द राकावत, औषधि नियंत्रण अधिकारी सीकर श्री बलदेवाराम, असिंस्टेट डायरेक्टर राजमेस हैडक्वाटर जयपुर डॉ. वंदना शर्मा, स्टेट नोडल ऑफिसर (इम्यूनिटी) मुख्यालय जयपुर डॉ. देवेन्द्र सोधी, नसिर्ंग ट्यूटर हाल रजिस्ट्रार नसिर्ंग कौंसिल जयपुर श्री महेश कुमार शर्मा, नर्स ग्रेड द्वितीय जनाना अस्पताल जयपुर श्रीमती विनीता शेखावत, एएनएम उप स्वास्थ्य केन्द्र बोरी सुरपुर, डूंगरपुर श्रीमती देवयानी पण्ड्या, जूनियर असिसटेंट आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर श्री गौरव परिहार, नर्स ग्रेड प्रथम मेडिकल कॉलेज जोधपुर श्री रविन्द्र गुप्ता तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी श्री जमन सहाय को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।