जयपुर। राजस्थान में वेलनेस टूरिज्म और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए जोधपुर स्थित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय (Ayurveda University Jodhpur) में सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। विश्वविद्यालय में एक ‘इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन पंचकर्म ‘ (International Center of Excellence) और एक ‘ड्रग टेस्टिंग लैब ‘ की स्थापना के साथ-साथ रसायन शाला का विस्तार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय (Ayurveda University Jodhpur) में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, लैब तथा विभिन्न विशेषज्ञ सेवाओं एवं सुविधाओं आदि के लिए 49.71 करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्तावों को स्वीकृति दी है। राज्य बजट वर्ष 2021-22 में विश्वविद्यालय में इन संस्थानों की स्थापना और सुविधाओं के विस्तार के लिए घोषणा की गई थी।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय में 43.81 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से ‘इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन पंचकर्म ‘स्थापित किया जाएगा। वेलनेस पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत प्राकृतिक वातावरण में ठहरने के लिए इस सेंटर में 100 बेड की सुविधा उपलब्ध होगी। इस क्रम में 9 सुपर डीलक्स हट तथा 44 डीलक्स हट सहित कुल 53 हट्स और 47 कॉटेज के साथ-साथ पंचकर्म थैरेपी के लिए हट्स निर्मित की जाएंगी।
वेलनेस सेंटर में एक कृत्रिम झील और प्रशासनिक भवन का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही, विभिन्न उपकरणों की खरीद की जाएगी। इस सेंटर का संचालन पंचकर्म चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त विश्वस्तरीय कम्पनियों और संस्थानों द्वारा पीपीपी मोड पर होगा। विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा इस सेंटर के लिए तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय में ड्रग टेस्टिंग लैब के लिए 1 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कार्य कराए जाएंगे तथा 60 लाख रुपए की लागत से आवश्यक फर्नीचर एवं फिक्सचर स्थापित होंगे। विभिन्न उपकरणों की खरीद पर 3.50 करोड़ रुपए के व्यय के साथ लैब की कुल निर्माण लागत लगभग 5.10 करोड़ रुपए है। इस लैब के लिए सेवा प्रदाता एजेंसी के माध्यम से संविदा के आधार पर विभिन्न कार्मिकों की सेवाएं ली जाएंगी। विश्वविद्यालय की रसायन शाला के विस्तार के लिए 80 लाख रुपए की लागत से आवश्यक निर्माण कार्य कराए जाएंगे।