अदाणी ग्रुप-हिंडेनबर्ग मामले में एक बार फिर नए अपडेट्स सामने आ रहे हैं। सेबी ने हिंडेनबर्ग रिसर्च को 46-पन्नों का कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हिंडेनबर्ग ने एक ब्लॉग में इसकी जानकारी दी है।
अदाणी ग्रुप पर डेढ़ साल पहले 24 जनवरी 2023 को अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च ने खलबली मचाने वाली एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप के सभी शेयरों में जबरदस्त गिरावट भी दिखी थी। हालांकि, अब इन सभी शेयरों में रिकवरी हो चुकी है और इनमें से कुछ रिकॉर्ड स्तर पर कामकाज कर रहे हैं।
अब एक बार फिर इस पूरे मामले में नए अपडेट्स सामने आ रहे हैं। हिंडेनबर्ग ने एक ब्लॉग में बताया है कि भारतीय रेगुलेटर सेबी की ओर इसे कारण बताओ नोटिस मिला है। इस पूरे मामले में कोटक महिंद्रा बैंक का भी जिक्र है।
हिंडनेबर्ग ने इस ब्लॉग पोस्ट में बताया कि 27 जून को सेबी से उसे 46-पन्नों का कारण बताओ नोटिस मिला। हिंडनेबर्ग ने इस ब्लॉग में लिखा है कि उन्होंने एक निवेशक पार्टनर के साथ मिलकर अदाणी ग्रुप के शेयरों में शॉर्ट पोजिशन बनाई थी। ये निवेशक पार्टनर विदेशी फंड स्ट्रक्चर के जरिए अप्रत्यक्ष रूप से अदाणी डेरिवेटिव्स में शॉर्ट पोजिशन बनाए थे।
हिंडेनबर्ग ने ब्लॉग में एक बार और साफ किया कि उन्होंने ये रिपोर्ट जारी करने से पहले अदाणी ग्रुप में शॉर्ट पोजिशन बनाने की जानकारी दी थी। उन्होंने यह स्पष्ट किया था कि अदाणी शेयरों में गिरावट से उन्हें फायदा मिलेगा। शॉर्ट पोजिशन बनाने का मतलब है कि किसी सिक्योरिटी को उधार में लेकर उसे ऊंचे भाव पर बेचा दिया जाए और फिर बाद में जब इसका भाव कम होता है तो इसे खरीदकर उधारकर्ता को लौटा देता है। ये ट्रेडिंग का एक ऐसा तरीका है, जो स्टॉक में तेजी के विपरित पोजिशन बनाया जाता है।
हिंडेनबर्ग ने कितनी कमाई की?
इस पूरे मामले के बाद अगर आपके मन में भी यह सवाल है कि आखिर हिंडनेबर्ग ने अदाणी ग्रुप के खिलाफ इस रिपोर्ट से कितनी कमाई की है तो चिंता मत कीजिए। हम इस बारे में आपको जानकारी दे रहे हैं। अदाणी रिपोर्ट के बाद शेयरों में गिरावट से अदाणी ग्रुप की 4।1 मिलियन डॉलर की कमाई हुई है। सेबी की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस के हवाले से हिंडनेबर्ग ने ब्लॉग में इसका जिक्र किया है। इसके अलावा हिंडेनबर्ग ने अदाणी ग्रुप के अमेरिका में लिस्टेड बॉन्ड्स के जरिए भी 31,000 डॉलर की कमाई की है।
ब्लॉग में हिंडेनबर्ग ने और क्या कहा?
ब्लॉग में यह भी जिक्र है कि पहले भी कई मीडिया रिपोर्ट्स में जानकारी दी गई है कि हिंडेनबर्ग के साथ कई और निवेशकों ने मिलकर लाखों- करोड़ो डॉलर बनाए हैं। हिंडेनबर्ग ने कहा कि अगर इस कमाई में से कानूनी और रिसर्च खर्च को निकाल भी दें तो अदाणी ग्रुप पर उनका ये रिपोर्ट सफल रहा। उन्होंने यह भी कहा उनका ये रिसर्च आर्थिक रूप से उतना उचित नहीं रहा, जितना इसे लेकर जोखिम था। इसके बाद भी उन्हें अपने इस काम पर गर्व है।
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