जयपुर। मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता की अध्यक्षता में शुक्रवार को शासन सचिवालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना महामारी से बचाव के लिए प्रदेश भर में 21 से 30 जून तक चलाये जाने वाले 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव व शासन सचिव उपस्थित थे।
मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि प्रदेश में कोरोना महामारी से बचाव के लिए चलाये जा रहे विशेष जागरूकता अभियान के दौरान अधिक से अधिक लोगों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं इससे बचाव के संबंध में जागरूक किया जाये। उन्होंने सभी विभागों को समन्वय कर इस 10 दिवसीय विशेष अभियान में गांव, ढांणियों, वार्डों एवं मोहल्लों तक लोगों को इस महामारी से बचाव के प्रति विभिन्न माध्यम से जागरूक करने के निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना महामारी से बचाव के लिए विभिन्न प्रचार माध्यमों से आमजन को मास्क पहनने, नियमित रूप से हाथ धोने, सेनेटाइजर का उपयोग करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग को बनाये रखने के प्रति जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभियान चलाने के पीछे राज्य सरकार का उदेद्श्य है कि लॉकडाउन के बाद शुरू हुई आर्थिक एवं व्यवसायिक गतिविधियों के कारण संक्रमण का खतरा नहीं रहे और लोग कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के प्रति पूर्ण सजग रहें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजीव स्वरूप ने बताया कि गृह विभाग ने 18 जून 2020 को एक अधिसूचना जारी कर राजस्थान महामारी अध्यादेश, 2020 की धारा 4 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सभी राजकीय, निजी, शैक्षणिक संस्थान, कारखानें, शॉपिग मॉल्स, बैंक, शोरूम आदि कार्यालयों के प्रमुखों को एवं प्रत्येक दुकानदार को अपने परिसर के प्रवेश द्वार पर हिन्दी एवं अंग्रेजी का पोस्टर लागने के लिए पाबन्ध किया है। इसी प्रकार प्रत्येक व्यवसायिक संगठन (व्यापार मण्डल) एवं मंडी संगठन भी इस पोस्टर को बाजार एवं मंडी के मुख्य स्थान पर लगायेंगेे।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह ने जानकारी दी कि प्रदेश में अब तक 13 हजार 909 कोरोना पॉजीटिव मामले सामने आये है, जिनमें से अधिकत्तर लोग स्वस्थ हो गये हैं। उन्होेंने बताया कि पॉजीटव से नेगेटिव होने की दर में राजस्थान देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने अवगत कराया की जागरूकता अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य (आईईसी) विभाग भी बड़े रूप से भागीदारी निभायेगा।
अतिरिक्ति मुख्य सचिव, सार्वजनिक निर्माण विभाग वीनू गुप्ता ने क्वारंटीन व्यवस्थाओं की जानकारी दी तथा प्रभारी सचिवों से आग्रह किया कि वे जिलों में भ्रमण के दौरान संस्थागत क्वारेटीन सेन्टर्स का निरीक्षण कर इन सेन्टर्स का बेहतर प्रबन्धन सुनिश्चत करें। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग एवं सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से विशेष जागरूकता अभियान के दौरान किये जाने वाली गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी ने बताया कि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा 21 जून से 30 जून तक 10 दिवसीय चलाये जा रहे अभियान के दौरान प्रदेश भर में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं इससे बचाव के लिए प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों से गांव, मोहल्ला, वार्ड एवं ढ़ाणी स्तर तक लोगोें को जागरूक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान में अन्य विभागों द्वारा सहयोग करने के लिए सभी विभागाध्यक्षों को पत्र भी लिखा गया है ताकि वे भी अपने स्तर पर इस विशेष अभियान में अपनी भागीदारी निभाये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि जागरूकता अभियान में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए नुक्कड़ नाटक, लोक गीत, कठपुतली एवं अन्य स्थानीय कलाओं के माध्यम से लोगों तक कोरोना से बचाव एवं इसके खतरों की जानकारी पहुंचाई जाए।