श्रीगंगानगर के एक कोर्टरूम का माहौल उस समय शोक में बदल गया जब पैरवी करने के दौरान एक बुजुर्ग वकील की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। मृतक वकील का नाम विजय कुमार जैन था। उनकी उम्र करीब 81 साल थी। घटनाक्रम कोर्ट में मौजूद अन्य लोगों वकीलों और कोर्ट स्टाफ के सामने हुआ।
अपने मामले की पैरवी के लिए ही आते थे कोर्ट
दरअसल विजय जैन का अपनी प्रॉपर्टी को लेकर कुछ अन्य लोगों से काफी समय से विवाद चल रहा है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर केस कर रखे हैं और इन्हीं केस के बारे में विजय जैन कोर्ट आते-जाते थे। साल भर पहले ही उनके ह्रदय में स्टंट डाले गए थे। इस वजह से वे रेगुलर कोर्ट नहीं आते थे, सिर्फ अपने केस की पैरवी के लिए ही कोर्ट का रुख करते थे।
कोर्ट रूम में इस तरह की पहली घटना
श्री गंगानगर में जिला कोर्ट कैंपस के दो नंबर कोर्ट में वे अपने केस की पैरवी कर रहे थे, अचानक चुप हुए और नीचे गिर गए। उनके नीचे गिरते ही कोर्टरूम में खलबली मच गई। साथी वकीलों ने उन्हें संभाला और तुरंत उनके बेटे डॉक्टर राकेश जैन को फोन किया। इस दौरान उन्हें कोर्ट रूम के एक बेड पर लिटाया गया और उनके चेस्ट को मसला जाने लगा । विजय जैन काफी देर तक होश में रहे लेकिन फिर धीरे-धीरे उनकी आंखें बंद होने लगी ।
कुछ ही देर में उनका बेटा राकेश जैन अपने परिवार के कुछ अन्य सदस्यों के साथ कोर्ट पहुंचा और अपनी कार से पिता विजय को लेकर तुरंत नजदीक के निजी अस्पताल में गए। यहां इलाज मिलने से पहले ही विजय जैन की मौत हो गई। विजय जैन के साथ काम करने वाले अन्य वकीलों ने बताया कि वे काफी पहले ही रिटायर हो गए थे लेकिन सिर्फ अपने केस के लिए ही कोट आते थे। वे पूरी तरह फिट थे। सवेरे शाम वॉकिंग करते थे, डॉक्टर के बताए हुए सभी परहेज फॉलो करते थे। मिलनसार व्यक्ति थे लेकिन कोर्ट में पैरवी के दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी जान चली गई। कोर्ट में इस तरह का यह पहला घटनाक्रम है।