जयपुर। राजस्थान विधानसभा में सोमवार को गृह विभाग अनुदान पर चर्चा के दौरान बीजेपी विधायक जितेंद्र कुमार गोठवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगाए, जिससे सदन में भारी हंगामा हुआ। गोठवाल ने दावा किया कि मई 2023 में योजना भवन के बेसमेंट में मिले ₹2.31 करोड़ नकद और एक किलोग्राम सोना के पीछे अशोक गहलोत और उनके बेटे का हाथ है।
इस आरोप के तुरंत बाद कांग्रेस विधायकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने चेतावनी दी कि अगर गोठवाल की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाया नहीं गया तो वे विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाएंगे। हालांकि, गोठवाल ने आरोपों को और आगे बढ़ाते हुए कहा कि उन्हें गहलोत के इशारे पर झूठे मामले में फंसाया गया था।
“अशोक गहलोत के निर्देश पर मुझे प्रियंका गांधी को ट्रेन टिकट और पत्र भेजने के मामले में झूठा फंसाया गया,” गोठवाल ने कहा।
कांग्रेस विधायक ने ही अपने वरिष्ठ नेता को लताड़ा
सदन की कार्यवाही के दौरान एक अप्रत्याशित मोड़ तब आया जब कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने अपने ही पार्टी सहयोगी और वरिष्ठ नेता शांति धारीवाल की खुलेआम आलोचना की। श्रवण कुमार ने अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए धारीवाल की मंत्री कार्यकाल की कार्यशैली पर सवाल उठाया।
“धारीवाल जी तो बस भाषण दे रहे हैं (अपशब्द)… आप ढाई साल मंत्री रहे, तब कोई सुधार नहीं लाए। आप सिर्फ बैग लेकर घूमते रहे,” श्रवण कुमार ने आरोप लगाया।
अवैध खनन पर एसओजी जांच की मांग
इस दौरान बीजेपी के डेगाना विधायक अजय सिंह ने नागौर एसपी पर व्यक्तिगत प्रतिशोध निकालने का आरोप लगाया और अवैध रेत खनन की जांच के लिए एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) जांच की मांग की।
कानून व्यवस्था पर धारीवाल का हमला
पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था नीतियों की आलोचना करते हुए बताया कि इस वर्ष पुलिस विभाग के बजट में ₹500 करोड़ की कटौती की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस में 26,000 पद खाली हैं और अपराध दर बढ़ रही है।
धारीवाल ने कहा कि पिछले वर्ष पुलिसकर्मियों पर 221 हमलों के मामले सामने आए और राज्य में प्रतिदिन औसतन 120 चोरी की घटनाएं हो रही हैं।
फोन टैपिंग विवाद पर तंज
धारीवाल ने मंत्री किरोरी लाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोपों पर भी सवाल उठाए और सरकार के बयान में विरोधाभास को उजागर किया।
“एक मंत्री कहता है कि उसका फोन टैप हो रहा है, दूसरा कहता है कि ऐसा कुछ नहीं है और फिर वही मंत्री दोबारा आरोप दोहराता है। यह क्या ड्रामा है? क्या सरकार ऐसे चलती है?” धारीवाल ने कटाक्ष किया।
यह पूरी बहस राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र में सत्ता और विपक्ष के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है।