पूर्व में कई मंत्रियों और विधायकों का शक्तिप्रदर्शन रहा फ्लॉप, अब सबकी नजरें परनामी की ताकत पर
जयपुर। जन्मदिन के बहाने शक्ति प्रदर्शन(show of strength) की तैयारियों के बीच सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खास सिपहसालार (Raje’s warlord)अशोक परनामी(Parnami) ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के चाणक्य अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद से ही राजस्थान भाजपा में सियासी चर्चाएं (political discussions) गरम हो गई हैं। कहा जा रहा है कि राजे गुट के नेताओं द्वारा जन्मदिन के बहाने शक्ति प्रदर्शन की रिपोर्ट लगातार विरोधी गुटों द्वारा भाजपा आलाकमान के पास पहुंच रही है और आलाकमान इनको बेहद गंभीरता से ले रहा है।
भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी का मंगलवार को जन्मदिन है। भाजपा सूत्रों के अनुसार पिछले करीब एक पखवाड़े से जन्मदिन पर भारी भीड़ जुटाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए परनामी के विधानसभा क्षेत्र आदर्श नगर के सभी बूथ अध्यक्षों को भीड़ जुटाने के काम में लगाया गया है। इस अवसर पर सुबह 8 बजे गलता रोड स्थित अरिहंत वाटिका में रक्तदान शिविर लगाया जा रहा है।
इससे पूर्व 2 अक्टूबर को पूर्व मंत्री और मालवीय नगर क्षेत्र से विधायक कालीचरण सराफ ने अपना जन्मदिन मनाया था। रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया और 1000 यूनिट रक्त एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम का रुख नहीं किया, जिससे 25-30 यूनिट रक्त एकत्रित हो पाया।
10 अक्टूबर को किशनपोल विधानसभा से पूर्व विधायक मोहनलाल गुप्ता ने अपना जन्मदिन शक्ति प्रदर्शन के रूप में मनाया। भीड़ जुटाने के लिए काफी प्रचार-प्रसार किया गया। पदाधिकारियों पर भीड़ लाने का दबाव बनाया गया, लेकिन कार्यकर्ताओं ने बेरुखी दिखाई और 100 यूनिट से कुछ अधिक रक्त एकत्रित हो पाया।
12 नवंबर को पूर्व मंत्री और झोटवाड़ा से पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत ने अपना जन्मदिन शक्ति प्रदर्शन के रूप में मनाया, लेकिन यहां भी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति आशा के अनुरूप नहीं रही। दिसंबर में पूर्व मंत्री और सिविल लाइंस से पूर्व विधायक अरुण चतुर्वेदी ने भी अपना जन्मदिन मनाया और रक्तदान शिविर का आयोजन किया, लेकिन कार्यकर्ताओं ने यहां भी बेरुखी दिखाई। ऐसे में अब सबकी नजर परनामी के जन्मदिन पर है कि वह अपनी ताकत दिखा पाते हैं या फिर कार्यकर्ता उनसे भी दूरी बना चुके हैं।
मुलाकात से यह मिल रहा संदेश
भाजपा सूत्रों का कहना है कि हो सकता है कि परनामी के जन्मदिन के कार्यक्रमों की सूचना पर उन्हें दिल्ली तलब किया गया हो। केंद्रीय नेतृत्व काफी लंबे समय से प्रदेश में गुटबाजी खत्म करने में लगा है, ऐसे में इस मुलाकात में शाह प्रदेश में पार्टी के समानांतर चल रही संगठन और गतिविधियों के खिलाफ दिया होगा।
सरकार रिपीट करने के गहलोत के दावों पर दिल्ली का फोकस
भाजपा सूत्रों का कहना है कि लगातार प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दावा कर रहे हैं कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार फिर से रिपीट होगी। गहलोत के इस दावे पर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व का विशेष फोकस है और इसी के चलते वह प्रदेश भाजपा में पार्टी के समानांतर चल रहे संगठनों और गतिविधियों पर पैनी नजर रखे है।