जयपुर। खराब सड़कों को लेकर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह गुरुवार को सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने बरस पड़े। सिंह ने कहा कि मेरे गले में जो पट्टा है, वह सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल के कारण ही है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि सड़कों की इतनी खराब हालत है कि प्रेग्नेंट महिला को हॉस्पिटल लेकर जाओ तो रास्ते में ही डिलीवरी हो जाती है।
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह गुरुवार को भरतपुर के कुम्हेर के पला गांव में राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक ब्लॉक स्तरीय खेलों के समापन अवसर पर बोल रहे थे। सिंह ने कहा कि सीएम साहब मैं आपका सबसे बड़ा पायलट हूं, क्योंकि मेरे पास नागरिक उड्डयन विभाग है।
राजनीतिक हलकों में कहा जा रहा है कि विश्वेंद्र सिंह ने पीडब्ल्यूडी मंत्री के कंधे पर बंदूक रखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है, क्योंकि कुछ ही दिनों पूर्व गहलोत ने गुजरात में राजस्थान की सड़कों की काफी तारीफ की थी और कहा था कि राजस्थान से गुजरात आते समय यदि वाहन में नींद खुल जाए तो लोग कहने लगते हैं कि गुजरात आ गया। लेकिन, इस तंज के पीछे कहानी दूसरी ही है। कांग्रेस में कहा जा रहा है कि विश्वेंद्र और भजनलाल जाटव पहले पायलट गुट में थे और वहां से वह वापसी कर गहलोत गुट में आए थे। विश्वेंद्र को मलाल इस बात का है कि पूर्वी राजस्थान से आने वाले भजनलाल जाटव को उनसे ज्यादा अहम विभाग दे दिया गया। विश्वेंद्र के पास पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग है, जो जनता से सीधा जुड़ा हुआ नहीं है, जबकि पीडब्ल्यूडी विभाग आम जनता से सीधा जुड़ा हुआ और बड़ा विभाग है।
कांग्रेसी कह रहे हैं कि इस तंज का वर्तमान समय में कोई महत्व नहीं है, क्योंकि बारिश के समय राजस्थान ही क्या पूरे देश में सड़कों की हालत खराब हो जाती है। फिर राजस्थान में इस वर्ष बारिश भी ज्यादा हुई है। इस वर्ष सितंबर अंत तक प्रदेश में बारिश का मौसम बने रहने के अनुमान है, ऐसे में बारिश के दौरान सड़कों को नया बनाया जाना संभव ही नहीं है। उधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आदेश निकाल ही चुके हैं कि अक्टूबर में प्रदेश की सड़कों की पूरी तरह से मरम्मत कर दी जाए।
इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारत में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। खेलों से भाईचारा बढ़ेगा। सरकारी नौकरियों में खिलाडिय़ों को 2 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक में उम्र की सीमा नहीं है। सरकार ने इन खेलों के लिए 40 करोड़ रुपए खर्च किए। लोगों के उत्साह को देखते हुए अब हर साल राजस्थान में राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक खेल करवाए जाएंगे। ग्रामीण के बाद शहरी ओलिंपिक की भी शुरुआत की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड हुआ। ऐसी हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस तरह की हिंसा में किसी भी धर्म, जाति या पार्टी का व्यक्ति शामिल होगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। राजस्थान में यूरिया ब्लैक होने के सवाल पर कहा कि कलेक्टर-एसपी इसे गंभीरता से लें। गहलोत ने कहा कि लंपी बीमारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाना चाहिए। यह बीमारी 15 राज्यों में पहुंच चुकी है।