भारत और ऑस्ट्रेलिया की बीच खेली जा रही तीन एक दिवसीय मैचों की श्रृंखला का दूसरा मैच आज रविवार 24 सितंबर को इंदौर में खेला गया। बरसात से बाधित इस मैच को भारत ने रनों 99 से जीत लिया। भारत ने श्रेयस अय्यर (105 रन) और शुभमन गिल (104 रन) के शतकों की बदौलत 50 ओवरों में 399 रन बनाये। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया को पारी के दूसरे ही ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा ने अपने पहले ओवर दो शुरुआती झटके दिये। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 9 ओवरों में 2 विकेट पर 56 रन ही पहुंच सका था कि बरसात शुरू हो गयी। मैच जब फिर से शुरू हुआ तो ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुईस नियम के तहत 33 ओवरों में 317 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला लेकिन वह 28.2 ओवरों में 217 रन ही बना सकी। भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला का पहला मैच पांच विकेट से जीता था और यह दूसरा मैच 99 रनों से जीत लिया। इस तरह भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दो मैचों में हराकर श्रृंखला भी जीत ली।
That's that from the 2nd ODI.
Jadeja cleans up Sean Abbott as Australia are all out for 217 runs in in 28.2 overs.#TeamIndia take an unassailable lead of 2-0.#INDvAUS pic.twitter.com/LawVWu2JI8
— BCCI (@BCCI) September 24, 2023
इससे पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को पहला झटका ऋतुराज गायकवाड़ के रूप में लगा। वे चौथे ओवर की चौथी गेंद तक भारत 16 रन बना सका था कि वे हेजलवुड ने उन्हें आठ रन के स्कोर पर कैरी के हाथों कैट आउट करा दिया। इसके बाद ओपनर शुभमन गिल का साथ देने के लिए मैदान पर श्रेयस अय्यर आये और फिर दोनों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली। दोनों स्टार बल्लेबाज 30वें ओवर स्कोर को 216 रनों तक खींच लाए।
श्रेयस और गिल ने लगाये शतक
31वें ओवर में भारी ड्रामा देखने को मिला। दरअसल, इस ओवर में शॉन एबॉट गेंदबाजी कर रहे थे। ओवर की तीसरी गेंद पर एबॉट ने श्रेयस का कैच अपनी ही गेंद पर लपका। इसके बाद श्रेयस वापस पवेलियन लौटने लगे। हालांकि, ऑनफील्ड अंपायर कैच को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट नहीं दिखे और उन्होंने तीसरे अंपायर को रेफर कर दिया। तीसरे अंपायर ने रिव्यू में देखा कि एबॉट कैच लेते वक्त पूरी तरह कंट्रोल में नहीं थे और गेंद जमीन से भी लगी थी। ऐसे में श्रेयस को जीवनदान मिला और तीसरे अंपायर ने नॉटआउट दिया। श्रेयस वापस लौटे और अगली ही गेंद पर चौका जड़ा। हालांकि, वह जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और उसकी अगली गेंद पर फिर बड़े शॉट के चक्कर में अपना विकेट गंवा बैठे। इस बार एबॉट की गेंद पर श्रेयस का कैच मैथ्यू शॉर्ट ने लपका। श्रेयस ने 90 गेंदों में 11 चौके और तीन छक्के की मदद से 105 रन की पारी खेली।
श्रेयस अय्यर के बाद इंदौर के होल्कर स्टेडियम में शुभमन गिल का जलवा देखने को मिला। उन्होंने 92 गेंदों में वनडे करियर का छठा और ओवरऑल नौवां शतक जड़ा। उन्होंने 97 गेदों पर 104 बनाये। गिल को कैमरून ग्रीन की गेंद पर कैरी ने लपका। इस मैच में भारतीय कप्तान केएल राहुल ने 38 गेंदों में 52 रन की पारी खेली। इसके अलावा सूर्यकुमार यादव ने 37 गेंदों में छह चौके और छह छक्के की मदद से 72 रन की नाबाद और तूफानी पारी खेली। वहीं, रवींद्र जडेजा 13 रन बनाकर नाबाद रहे। दोनों के बीच 24 गेंदों में 44 रन की साझेदारी हुई। आखिरी पांच ओवर में भारत ने 54 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए कैमरून ग्रीन ने दो विकेट, जोश हेजलवुड, शॉन एबॉट और एडम जैम्पा ने एक-एक विकेट हासिल किया।
डकवर्थ लुइस नियम से संशोधित लक्ष्य हासिल नहीं कर सका ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रलिया की पारी जब शुरू हुई तो ओपनर बल्लेबाजों ने पहले ही ओवर से स्पष्ट कर दिया था कि वो तेज गति से रन बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने पारी के पहले ओवर में यानी मोहम्मद शमी के ओवर में 8 रन फटाफट बना भी लिये। दूसरा ओवर फेंकने के लिए प्रसिद्ध कृष्णा आये और उन्होंने अपने पहले ही ओवर मे ऑस्ट्रेलिया को दो जोरदार झटके दे दिये। प्रसिद्ध कृष्णा ने ओवर की दूसरी गेंद पर मैथ्यू शॉर्ट को थर्ड मैन पर अश्विन के हाथों कैच कराया। वह आठ गेंदों में नौ रन बना सके। इसके बाद अगली ही गेंद पर उन्होंने कप्तान स्टीव स्मिथ को स्लिप में शुभमन गिल के हाथों कैच कराया। स्मिथ तो खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद बरसात शुरू हो गयी और जब खेल शुरू हुआ तो ऑस्ट्रेलिया को 33 ओवर में उसे 317 रनों को संशोधित लक्ष्य मिला। लेकिन, वह इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकी।
ऑस्ट्रेलिया के लिए सीन एबॉट ने 54 और डेविड वॉर्नर ने 53 रन बनाकर अपनी टीम के संघर्ष किया। हालांकि मार्नस लाबुशेन ने 27 और जोश हेजलवुड ने 23 रन बनाए। कैमरून ग्रीन ने 19 रन और एलेक्स कैरी ने 14 रन बनाए। मैथ्यू शॉर्ट नौ, जोश इंग्लिश छह और एडम जम्पा पांच रन बनाकर आउट हुए। कप्तान स्टीव स्मिथ खाता नहीं खोल सके। भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने जबर्दस्त गेंदबाजी की।और दोनों ने तीन-तीन विकेट लिये। प्रसिद्ध कृष्णा को दो और मोहम्मद शमी को एक सफलता मिली।