दिल्लीराजनीति

मोदी ने सबको हैरान कर डाला! नीतीश छूने लगे पैर…उदास दिखे सिंधिया

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने संसद में कहा कि जेडी (यू) पूरे तौर पर सब दिन बीजेपी के साथ रहेगी। एनडीए में सभी लोग बीजेपी के नरेंद्र मोदी की बात को मानते हुए आगे चलेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायरब्रांड नेता नरेंद्र मोदी सर्वसम्मति से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) संसदीय दल के नेता चुने गए हैं। एनडीए के नेता अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और फिर नरेंद्र मोदी नौ जून, 2024 को लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। आइए, जानते हैं कि संसद भवन की पुरानी इमारत में एनडीए संसदीय दल की मीटिंग के दौरान क्या कुछ हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (सात जून, 2024) को संसद भवन परिसर में तब सबको हैरान कर दिया, जब वह एनडीए संसदीय दल की बैठक के लिए पहुंचे थे। एनडीए के सारे दलों के नेता पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में पहुंचे तो वहां नजारा देखने लायक था। पीएम के संविधान के प्रति मन में सम्मान देख सब हैरान रह गए।
नरेंद्र मोदी ने सेंट्रल हॉल में झुककर देश के संविधान को माथे से लगा लिया। उन्होंने इससे संदेश देने की कोशिश की कि संसद के प्रति उनका सम्मान कम नहीं हुआ है। बाद में बीजेपी के सीनियर नेता राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने से जुड़ा प्रस्ताव रखा, जिसका सारे सहयोगी दलों ने अनुमोदन किया।
संविधान कक्ष में जनता दल (यूनाइटेड) के नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया। नीतीश कुमार पोडियम पर बात रखने के बात नरेंद्र मोदी के पास पहुंचे। वह अचानक से उनके पैर छूने की कोशिश करने लगे तो नरेंद्र मोदी ने उन्हें ऐसा करने से रोका।
नरेंद्र मोदी ने फौरन नीतीश कुमार को झुकने से रोका और उनका हाथ पकड़कर अभिवादन स्वीकारा, जिसके बाद बिहार सीएम ने पीएम के हाथों पर माथे को झुका दिया। एनडीए संसदीय दल की बैठक के दौरान कुछ नेता भावुक (ज्योतिरादित्य सिंधिया भी) तो कई नेता उत्साहित और खुश नजर आए।

Related posts

विधायक दल की बैठक में पत्रकारों पर तिलमिलाई वसुंधरा

admin

हूती हमले पर शिप कैप्टन बोले, उम्मीद बिल्कुल छोड़ दी थी लेकिन भारतीय नौसेना ने आग बुझाने के लिए पूरी ताकत लगा दी

Clearnews

निगम चुनाव स्थगन के लिए राज सरकार शीर्ष अदालत में

admin