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बिहार चुनावः नीतीश के नेतृत्व में एनडीए एक बार फिर बढ़ रही है सत्ता की तरफ

जयपुर। बिहार चुनावों की स्थिति लगभग साफ हो गई है और एक बार फिर बिहार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीओ) का होने जा रहा है। खबर लिखे जाने तक जो चुनाव परिणाम प्राप्त हुए और जो रुझान देखने को मिल रहे हैं, उसके मुताबिक एनडीए ने सत्ता के जरूरी जादुई आंकड़े को पार कर लिया है। बिहार की 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए बहुमत का आंकड़ा 122 है। वहीं दूसरी ओर दो राजकुमारों का महागठबंधन पिछड़ गया है। खबर लिखे जाने तक रुझानों में एनडीए 125 सीटों पर आगे चल थी। वहीं महागठबंधन 111 सीटों पर व अन्य 7 सीटों पर आगे चल रहे थे। रुझानों को देखकर एक बार फिर नीतीश कुमार के फिर से बिहार के मुख्यमत्री बनने की तैयारी शुरू हो गई है।

भाजपा इस बार जेडीयू से आगे

रुझानों में एनडीए में भाजपा 73, जेडीयू 45 व अन्य घटक 7 सीटों पर आगे थे। वहीं महागठबंधन में राजद 74, कांग्रेस 20, सीपीआई(एमएल) 12 व अन्य घटक दल 5 सीटों पर आगे चल रहे थे। इस समय तक करीब 90 फीसदी मतों की गणना पूरी हो चुकी थी। करीब 10-12 सीटों पर महज 500 से 1000 वाटों के अंतर के चलते दोनों खेमों में हलचल बढ़ी हुई है। इसके बावजूद महागठबंधन अभी भी जीत को लेकर आशान्वित दिखाई दे रहा है।

एलजेपी जेडीयू के लिए साबित हुई वोट कटवा

दूसरी ओर, एलजेपी का चिराग बुझा हुआ नजर आने लगा है। शुरुआती रुझानों में तो एलजेपी सात सीटों पर आगे नजर आई लेकिन अंतिम रुझानों में वह केवल एक सीट पर ही आगे दिखाई दे रही थी। एलजेपी के बारे में कहा जा रहा है कि उसने जदयू के वोट काटने का काम किया है। एलजेपी का वोट शेयर 6 फीसदी बताया जा रहा है। उधर, असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के लिए कहा जा रहा है कि उसने सीमांचल और कोसी इलाकों में महागठबंधन के वोट काटने का काम किया है। ओवैसी की पार्टी ने बिहार में 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन रुझानों में पांच सीटों पर आगे चल रही है।

कांग्रेस ने किया महागठबंधन का बंटाढार

बिहार चुनावों में कांग्रेस ने महागठबंधन का बंटाढार कर दिया है। कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह मात्र 20 सीटों पर आगे दिखाई दे रही है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस को ज्यादा सीटें देकर अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश चुनावों में जो गलती की थी, वही गलती आरजेडी ने बिहार में कर दी है। तेजस्वी यादव ने कांग्रेस को 70 सीटें दी और उसका नुकसान उन्हें सत्ता से दूर होकर खुद उठाना पड़ा है।

नीतीश के ही मुख्यमंत्री बनने के आसार

जानकारी के अनुसार रुझानों में बढ़त बनाने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर वार्ता की ताजा हालातों की जानकारी ली। बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सीएम आवास पर पहुंचे हुए हैं और वहां आगे की रणनीति बनाई जा रही है। भाजपा पहले ही कह चुकी थी कि वह बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी, ऐसे में ज्यादा सीटों होने के बावजूद भाजपा नीतीश को ही फिर से मुख्यमंत्री बनाएगी।

पीएम मोदी कर सकते हैं कार्यकर्ताओं को संबोधित

रुझानों में बढ़त मिलते ही दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ गई। कार्यकर्ता नाचते-गाते भाजपा का झंडा फहराने लगे। भाजपा के कई बड़े पदाधिकारी भी कार्यालय में कार्यकर्ताओं के बीच मौजूद रहे। देर रात तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाजपा राष्ट्रीय कार्यालय पहुंचने और बिहार जीत पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करने की संभावना जताई जा रही है।

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