राजनीति

नए पार्षद प्रत्याशियों की बेकद्री से सहमी भाजपा

पुराने पार्षदों को प्रचार में झोंका

जयपुर। नगर निगम हैरिटेज और ग्रेटर के चुनावों में भाजपा ने पुराने पार्षदों के बजाए नए चेहरों को ज्यादा तरजीह दी है। विधायकों के दबाव के चलते पुराने पार्षदों के टिकट काटे गए, कहा गया कि इन पार्षदों का काफी विरोध है, लेकिन स्थिति ऐसी बनी कि भाजपा को उन्हीं पुराने पार्षदों की मान-मनौव्वल करनी पड़ी और उन्हें प्रचार में झोंका गया है, ताकि नए चेहरों की हार को टाला जा सके।

जानकारी के अनुसार पार्टी से टिकट मिलते ही नए प्रत्याशियों ने जोर-शोर के साथ अपना प्रचार शुरू किया, लेकिन जनता ने नए चेहरों को तवज्जो नहीं दी। नए चेहरों से लोगों ने पूछा कि पुराने पार्षद कहां गए, जो हमारे एक बार कहने पर सभी काम कर देते थे। वह लोग आपके साथ नहीं आए, तो फिर आपकी क्या गारंटी है, कि आप पुराने पार्षदों की तरह काम कर पाओगे। यह स्थिति दोनों नगर निगमों में ही देखने को मिली।

ऐसे में नए प्रत्याशी समझ गए, कि बिना पुराने पार्षदों के समर्थन के उनकी जीत नहीं हो सकती है, तो उन्होंने बिना पूछे पुराने पार्षदों की फोटो का इस्तेमाल अपनी प्रचार सामग्री में करना शुरू कर दिया। वहीं कुछ प्रत्याशी इस बात को भाजपा संगठन के संज्ञान में लेकर आए। मामला संज्ञान में आने के बाद संगठन ने पिछले पांच सालों में शहर में अच्छा काम करने वाले पुराने पार्षदों की मान-मनौव्वल की और उन्हें अब प्रचार में उतारा है, ताकि नए चेहरों की जीत सुनिश्चित की जा सके।

हाल तो यह है कि अब नए प्रत्याशी रोज अपना प्रचार शुरू करने से पहले पूर्व पार्षदों के घर जा पहुंचते हैं और उन्हें साथ लेकर ही प्रचार पर निकलते हैं। भाजपा के लगभग सभी पूर्व पार्षदों की यही स्थिति चल रही है। वार्डों की संख्या बढऩे और पुराने वार्ड का क्षेत्र तीन-चार वर्डों में बंटने के चलते उन्हें तीन-चार वार्डों में प्रचार करना पड़ रहा है।

हेरिटेज नगर निगम के जौहरी बाजार इलाके में पड़ने वाले तीन-चार वार्डों में जैन समाज का काफी प्रभाव है। ऐसे में भाजपा ने यहां जैन समाज को साधने के लिए पूर्व पार्षद विकास कोठारी को वार्ड 74 का प्रभारी बनाया है। साथ ही वह आस-पास के वार्डों में भी प्रचार कर रहे हैं।

पूर्व पार्षद अनिल शर्मा का कहना है कि हम भाजपा के पार्षदों ने पिछले पांच सालों में काफी अच्छा काम किया था। जनता नए चेहरों को पहचानती नहीं है, ऐसे में वह पुराने पार्षदों को बुलाने की मांग करती है। ऐसे में पार्टी को निकाय चुनावों में जीत दिलाने के लिए हम भी प्रचार में जुट गए हैं।

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