करौली ही नहीं समूचे देश और राज्य के अन्य क्षेत्रों में जातियों और धर्म के नाम पर जो तनाव हो रहे हैं, उसके लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी की सोच उत्तरदायी है। यह कहना है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का। उन्होंने विशेष रूप से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी 2 अप्रेल को हुई करौली की घटना के पीछे भी धार्मिक आधार पर हो रही गोलबंदी को जिम्मेदार ठहराया।
राज्य के सीमावर्ती जिले बाड़मेर पत्रकारों के साथ बातचीत में गहलोत ने कहा कि यूपी में बुलडोजर ही चुनाव चिन्ह ही बना लिया गया। फेक एनकाउंटर हुए और उसे ही समझा दिया गया कि वहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहुत बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने कहा कि फेक एनकाउंटर करना बहुत आसान है लेकिन कानून का राज होने से देश चलेगा और आगे बढ़ेगा। गहलोत ने कहा कि कितना भी बड़ा क्रिमिनल हो उसे कानूनी प्रक्रिया से फांसी दिलवाइए।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को 2 अप्रेल को करौली और फिर 3 अप्रेल को ब्यावर में हुई घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी को उत्तरदायी ठहराया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को जाति और धर्म के नाम पर जगह-जगह हो रहे ध्रुवीकरण को रोकने की अपील करनी चाहिए। इससे देश में तनाव पैदा हो रहा है। उन्होंने इस संदर्भ में स्पष्ट कहा कि करौली की घटना आपके सामने है। आज ब्यावर में छोटी सी बात को लेकर झगड़ा हो गया और एक व्यक्ति की हत्या हो गई।
गहलोत ने कहा, मेरा मानना है कि जिस प्रदेश में शांति भाईचारा, सद्भाव रहता है, वहीं विकास का माहौल बनता है। आज महंगाई, बेरोजगारी बड़ी चुनौतियां हैं, युवाओं में छटपटाहट है।