पर्थ। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में तीसरे दिन का खेल समाप्त हो चुका है और ऑस्ट्रेलिया अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट खोकर केवल 12 रन ही बना सकी है। नाथन मैकस्वीनी बिना खाता खोले आउट हुए, जबकि पैट कमिंस और मार्नस लाबुशेन क्रमशः 2 और 3 रन बनाकर पवेलियन लौटे। फिलहाल उस्मान ख्वाजा 3 रन के साथ क्रीज पर टिके हुए हैं और टूटते हुए पिच पर ऑस्ट्रेलिया को अब भी जीत के लिए 522 रन की जरूरत है। भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह ने दो और मोहम्मद सिराज ने एक विकेट लिया है।
इससे पहले, भारत ने अपनी दूसरी पारी छह विकेट पर 487 रन बनाकर घोषित कर दी थी। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 104 रन पर समेट दिया था। दूसरी पारी में 46 रन की बढ़त के साथ भारत ने कुल 534 रन का लक्ष्य रखा।
विराट कोहली का शतक इस दिन का मुख्य आकर्षण रहा। कोहली ने 143 गेंदों पर 100 रन बनाए, जिसमें आठ चौके और दो छक्के शामिल थे। उन्होंने नाथन लियोन की गेंद पर चौका मारकर अपना शतक पूरा किया। यह उनके टेस्ट करियर का 30वां शतक और कुल मिलाकर 81वां शतक था। खास बात यह रही कि यह शतक ऑस्ट्रेलिया में उनका सातवां था, जिससे उन्होंने सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने वहां छह शतक बनाए थे। कोहली के शतक के बाद भारतीय टीम ने तुरंत पारी घोषित करने का फैसला किया। कोहली के साथ नीतीश रेड्डी 38 रन बनाकर नाबाद रहे। दोनों ने सातवें विकेट के लिए 54 गेंदों में 77 रनों की साझेदारी की।
इससे पहले यशस्वी जायसवाल ने शानदार 161 रनों की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 15 चौके और तीन छक्के लगाए। यह उनके टेस्ट करियर का चौथा शतक था। केएल राहुल ने भी 77 रन बनाए, जबकि देवदत्त पडिक्कल और वॉशिंगटन सुंदर ने क्रमशः 25 और 29 रनों का योगदान दिया। ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल 1-1 रन पर आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया के लिए नाथन लियोन ने दो विकेट लिए, जबकि मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, पैट कमिंस और मिचेल मार्श ने एक-एक विकेट चटकाए।
तीसरे दिन के खेल के बाद भारत का पलड़ा भारी है, और ऑस्ट्रेलिया पर भारी दबाव बना हुआ है। बता दें कि यह सीरीज दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण है और यह साफ हो जाएगा कि कौन सी टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचेगी। भारत को कम से कम चार टेस्ट मैच जीतने की जरूरत है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वह एक भी मैच न हारे। भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था।