बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ‘हनुमान’ और महेश बाबू ‘गुंटूर कारम’ के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। दोनों फिल्म एक साथ थिएटर में रिलीज हुई, लेकिन तेजा सज्जा की हनुमान महेश बाबू को पछाड़ती नजर आ रही है। अब दोनों फिल्मों को रनिंग शो को लेकर विवाद शुरू हो गया है। सोमवार को हैदराबाद के मशहूर प्रसाद मल्टीप्लेक्स ने हनुमान के हाउसफुल शो को रद्द कर दिया और उसकी जगह महेश बाबू स्टारर गुंटूर कारम को चलाया, जिसके बाद इस मुद्दे को लेकर विवाद शुरू हो गया। सोशल मीडिया पर दर्शक अपनी बुकिंग को शेयर करने लगे।
बीते साल शाहरुख खान स्टारर ‘डंकी’ और प्रभास स्टारर ‘सलार’ के स्क्रीन शेयरिंग को लेकर काफी विवाद हुआ था। चर्चा है कि प्रसाद मल्टीप्लेक्स पर पहले ‘हनुमान’ के 15 शो चल रहे थे। सोमवार को इस फिल्म के दोपहर एक बजे, 1ः30 बजे और शाम 7ः50 बजे के शो को रद्द कर दिया गया। इस दौरान महेश बाबू के ‘गुंटूर कारम’ के पहले 7 शो में चल रहे थे, बाद में इसे बढ़ाकर 11 कर दिया गया। यही हाल तेलंगाना के अन्य जगहों पर भी देखने को मिला।
लोगों का कहना है कि एक शो, जो लगभग हाउसफुल है, उसकी जगह एक ऐसी फिल्म के शो को देखना थोड़ा अजीब है, जो उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है। अगर गुंटूर कारम की भी भारी मांग होती तो यह बात समझ में भी आती। गुंटूर कारम का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं है, जबकि हनुमान के शो हर जगह फुल हैं। इसकी मांग है। फिर भी इसे कम स्क्रीन मिल रहा है। वहीं, एक अन्य दर्शक ने कहा, ‘थिएटरों के पास शो को कम करने और उसे बढ़ाने की शक्ति है, लेकिन ऐसा आमतौर फिल्म की डिमांड को देखते हुए किया जाता है। ऐसे में हनुमान के शो बढ़ने चाहिए थे, जबकि गुंटूर कारम के शो कम होने चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा’।
गौरतलब है कि शनिवार को हनुमान के मेकर्स ने थिएटरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए तेलुगु फिल्म प्रोड्यूसर्स काउंसिल (टीएफपीसी) के पास एक शिकायत दर्ज कराई थी। इस दौरान टीएफपीसी ने एक बयान भी जारी किया, जिसमें बताया गया कि माइथ्री मूवीज डिस्ट्रीब्यूटर्स एलएलपी ने 12 जनवरी से हनुमान को प्रदर्शित करने के लिए तेलंगाना के कुछ सिनेमाघरों के साथ एक समझौता किया था, लेकिन कुछ सिनेमाघरों ने समझौते को अनदेखा कर दिया। इसलिए फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स और निरंजन रेड्डी ने टीएफपीसी के पास शिकायत दर्ज कराई है।
बयान में यह भी कहा गया कि सिनेमाघरों ने समझौते के अनुसार फिल्म ‘हनुमान’ का प्रदर्शन नहीं किया। इससे डिस्ट्रीब्यूटर्स और निर्माताओं को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। ऐसे में सिनेमाघरों को तुरंत ‘हनुमान’ का प्रदर्शन शुरू करना चाहिए और अब तक के हुए नुकसान की भरपाई करनी चाहिए। इस तरह के कदम पूरे तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री को प्रभावित करते हैं जो विश्वास, नैतिकता और न्याय के आधार पर चलता है’।
मकर संक्रांति के मौके पर हनुमान और गुंटूर कारम के अलावा 13 जनवरी को वेंकटेश-स्टारर सैंधव भी रिलीज हुई थी। इसके बाद नागार्जुन स्टारर ‘ना सामी रंगा’ भी 14 जनवरी को सिनेमाघरों में आई। इसके बावजूद हनुमान की मजबूत पकड़ बनी रही और महज चार दिन में इस फिल्म ने 50 करोड़ से अधिक की कमाई कर ली। हिंदी पट्टी में भी इस फिल्म ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि, मंगलवार को प्रसाद मल्टीप्लेक्स में इसे सिर्फ 6 शो मिले, जबकि जबकि गुंटूर कारम को 8 शो दिए गए हैं।