जयपुर। राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र बुधवार, 9 फरवरी को किसान आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी के साथ शुरू हुआ। पहले दिन हुई नारेबाजी को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि सत्र काफी हंगामेदार होगा। राजस्थान का बजट 24 फरवरी को पेश किया जायेगा।
राजस्थान की 15वीं विधानसभा के छठे सत्र की पहले दिन की कार्रवाई राज्यपाल के अभिभाषण और दिवंगतों को श्रद्धांजलि के बाद गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यपाल अभिभाषण के दौरान माकपा विधायक बलवान पूनिया ने भरे सदन में किसान आंदोलन के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और वेल में आ गए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इशारे पर मुख्य सचेतक महेश जोशी पूनिया को समझाने के लिए गए लेकिन पूनिया ने जोशी की बात नहीं मानी और लगातार बोलते रहे।

विधानसभा सत्र के पहले ही दिन किसान आंदोलन की आवाज बुलंद हो गई। किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा विधानसभा की कार्रवाई में भाग लेने के लिए ट्रैक्टर चलाकर पहुंचीं। हालांकि विधानसभा के गेट तक पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया और मीणा पैदल चलकर विधानसभा के अंदर चली गई। वहीं राज्यपाल अभिभाषण के दौरान माकपा विधायक बलवान पूनिया ने सदन में किसान आंदोलन के समर्थन में जमकर हंगामा किया।
पूनिया ने राज्यपाल के समक्ष कागज लहराते हुए तीनों कृषि कानूनों को काला कानून करार दिया और केंद्र सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग की। पूनिया ने वेल में आकर नारेबाजी की और फिर वे वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान पूनिया ने आन्दोलनजीवी जिंदाबाद के नारे भी लगाए और भाजपा विधायकों को पोस्टर दिखाए।
इधर, मुख्य सचेतक महेश जोशी, संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और उप सचेतक महेंद्र चौधरी ने भी पूनिया को मनाने की कोशिश की। आखिरकार पूनिया को सदन से बाहर ले जाया गया। अभिभाषण पूरा होने के बाद पूनिया के साथ कुछ अन्य विधायकों ने भी किसानों के समर्थन में जय किसान के नारे लगाए, तो जवाब में भाजपा विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाकर सदन को गुंजायमान कर दिया।

गुरुवार से विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस शुरू होगी और 11, 12, 13 व 15 फरवरी को अभिभाषण पर बहस चलेगी। वहीं 15 फरवरी की शाम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभिभाषण पर बहस का जवाब देंगे। जानकारी के अनुसार 16 से 23 फरवरी को विधानसभा की कार्यवाही की छुट्टी रहेगी और 24 फरवरी को 11 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बजट पेश करेंगे।