जयपुर। राजस्थान में चल रहे सियासी संग्राम के बीच सरकार ने अपने विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट कर दिया है। तीन चार्टर्ड फ्लाइट्स से विधायकों को जैसलमेर पहुंचाया गया। जैसलमेर पहुंचने पर इन विधायकों को सूर्य महल होटल में शिफ्ट कर दिया गया। अब आने वाले दिनों में राजस्थान की राजनीति का हॉट-स्पॉट जैसलमेर रहेगा।
दिल्ली रोड स्थित होटल फेयरमाउंट से दोपहर में विधायकों को बस के जरिए एयरपोर्ट लाया गया। यहां से वह राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे और मुख्य सचेतक महेश जोशी और महेंद्र चौधरी के नेतृत्व में जैसलमेर के लिए रवाना हो गए। यह सभी विधायक अब विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले तक जैसलमेर में ही रहेंगे। राखी, ईद जैसे त्योंहार भी विधायक जैसलमेर में ही मनाएंगे।
विधायकों के जैसलमेर पहुंचने से पूर्व ही यहाँ की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है। कहा जा रहा है कि जयपुर में एक ही होटल में रहने के कारण विधायक काफी परेशान हो गए थे। कुछ विधायकों ने जगह बदलने की भी मांग की थी। इसी को देखते हुए विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट करने का निर्णय किया गया, लेकिन जानकारों का कहना है कि भाजपा जयपुर में रह रहे विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर रही थी।
खुद मुख्यमंत्री ने गुरुवार को भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया था कि वह अभी भी हमारे विधायकों को तोड़ने में लगी है। विधायकों की रेट अनलिमिटेड कर दी गई है। इसी को देखते हुए विधायकों को शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री भी पहुंचे जैसलमेर
शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी विमान से जैसलमेर पहुंच गए। गहलोत कल वापस जयपुर आने की संभावनायें जताई जा रही है। कहा जा रहा है कि जैसलमेर पहुंचने पर गहलोत एक बार फिर से विधायकों से मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर गहन चर्चा करेंगे।
मंत्री जयपुर में ही रहेंगे
जानकारी के अनुसार सरकार ने अपने विधायकों को तो जैसलमेर पहुंचा दिया, लेकिन मंत्री जयपुर में ही रहेंगे और जनता से जुड़े काम-काज करेंगे, ताकि कोरोना संकट के समय जनता को इसका खामियाजा नहीं भुगतना पड़े। बताया जा रहा है कि स्पीकर समेत आठ मंत्री और विधायक जैसलमेर नहीं गए हैं।