चीन के सरकारी चैनल्स पर युद्ध की तैयारी का प्रसारण हो रहा है। चीन सरकार का मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स खुले शब्दों में ताइवान विजय की भविष्यवाणी कर रहा है। दुनिया के कई देशों को कर्ज का लालच देकर दिवालिया कर चुका चीन अब कुदरत के इंसाफ का सामना कर रहा है। ऐसा लग रहा है कि चीन की आर्थिक तरक्की का बुलबुला बस फूटने ही वाला है। चीन में बहुत बड़ी आर्थिक मंदी आ सकती है और ये मंदी राष्ट्रपति जिनपिंग को कहीं का नहीं छोड़ेगी। इसके वजह से जिनपिंग आर्थिक मंदी को बारूद के शोर में दबाना चाहते हैं। इसके लिए उनका टारगेट शायद ताइवान बनने जा रहा है।
चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग जिस ताइवान को अपनी सलामती का आखिरी रास्ता समझ रहे हैं क्या उसे फतह करना इतना आसान है? कहीं ताइवान पर चढ़ाई करके चीन तबाह तो नहीं होने वाला? इन दिनों चीन युद्ध का खुला निमंत्रण लेकर समंदर में अपने वॉरहेड का शोर कर रहा है।
चीन का ऑपरेशन ताइवान
चीन के फाइटर जेट आसमान में भी फुल वॉल्यूम में वॉर अलार्म बजा रहे हैं। उनका जब मन कर रहा है तब वो दुश्मन देश ताइवान की हवाई सीमा को भेद रहे हैं। शी जिनपिंग का अरमान है कि वो ताइवान से जंग लड़े। अभी कुछ ही दिन पहले ताइवान के रक्षा मंत्री ने माना था कि साल 2027 से पहले चीन ताइवान पर हमला कर देगा लेकिन बीते 3 महीने में चीन की खराब आर्थिक रिपोर्ट ने शी जिनपिंग को वॉर कैलेंडर में संशोधन को मजबूर कर दिया है। वहीं, चीन में जिनपिंग के खिलाफ बगावत के सुर बुलंद होने लगे हैं। इसको शांत करने के लिए शी जिनपिंग ने ऑपरेशन ताइवान की फाइल खोल दी है। जिनपिंग का मानना है कि ताइवान पर हमला ही लाल सल्तनत में जिनपिंग राज को मजबूत करने का आखिरी रास्ता है।
एयर कॉम्बैट की फ्रीक्वेंसी अचानक बढ़ी
ताइवान के करीब चीन की सेना ने नेवल ड्रिल और एयर कॉम्बैट की फ्रीक्वेंसी अचानक बहुत बढ़ा दी है। ताइवान को भी पता है कि किसी भी वक्त जंग का एलान हो सकता है। चीन कितना बड़ा मक्कार और फरेबी है। ये इसी से समझा जा सकता है कि वो ब्लू बैटलग्राउंड में जंगी साजिशों को युद्धाभ्यास का नाम दे रहा है।
ताइवान के पास क्या कर रहे चीनी जहाज
चीन को ही जवाब देना है कि ईस्ट और साउथ चाइना सी के जंक्शन पर वो वाकई अपनी नेवी और एयरफोर्स के बीच तालमेल की परीक्षा ले रहा है…तो समंदर में मिसाइल से लैस युद्धपोत और आसमान में परमाणु हमला करने की ताकत रखने वाले विमानों का ताइवान बॉर्डर पर क्या कर रहा है। चीन के सरकारी चैनल्स पर युद्ध की तैयारी का प्रसारण हो रहा है। ग्लोबल टाइम्स खुले शब्दों में ताइवान विजय की भविष्यवाणी कर रहा है। चीन की नेवी के डेस्ट्रॉयर्स मिसाइल बोट्स और विनाशक जेट की शान में कसीदे पढ़े जा रहे हैं।