मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) की सेहत में अब सुधार है। शनिवार को उन्होंने चिकित्सकों की सलाह पर एसएमएस अस्पताल में चहलकदमी की। इस दौरान उन्होंने वार्डों में जाकर वहां भर्ती मरीजों का भी हाल-चाल पूछा। उनकी सभी जांचे नार्मल आई है।
सीएम का ईलाज कर रहे मेडिकल बोर्ड ने हैल्थ बुलेटिन जारी करते हुए कहा कि सीएम के सभी टैस्ट नॉर्मल है मगर ऐहतिहात के तौर पर अभी एक दिन उनको SMS अस्पताल के ऑब्जर्वेशन वार्ड में ही रखा गया है। मेडिकल बोर्ड फिर से सीएम के उपचार का रिव्यू करेगा उसके बाद संभवत देर शाम तक उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा सकता है।
इस बीच मुख्यमंत्री ने शनिवार सुबह प्रदेश की जनता के नाम एक संदेश जारी किया और सभी से वैक्सीन लगाने, पोस्ट कोविड सावधानी बरतने की अपील की है। साथ ही ये भी कहा हैं कि वे जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ होकर जनता की सेवा में लौट आऐंगे।
मुख्यमंत्री की तबीयत खराब होने के बाद शनिवार को दूसरे दिन भी राजनेताओं व अफसरों का एसएमएस अस्प्ताल में तांता लगा रहा। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी शनिवार शाम को अस्प्ताल पहुंच कर गहलोत की कुशलक्षेम पूछी। वहीं शनिवार को भी मुख्यमंत्री के जल्द ठीक होने की कामना से धार्मिक आयोजन हुए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार सुबह अपने संदेश में कहा कि मेरी आर्टरी में ब्लॉकेज हुआ था जिसमें अब स्टेंट डाल दिया गया है। कुछ समय तक सवाई मानसिंह अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रहूंगा। डॉक्टरों ने कुछ दिन पूर्ण आराम की सलाह दी है। गहलोत ने कहा कि कोविड होने से पूर्व कार्डियक संबंधी कोई भी समस्या नहीं थी। डॉक्टरों के मुताबिक यह पोस्ट कोविड इफेक्ट है।
गहलोत ने कहा कि डॉक्टरों के अनुसार कोविड अलग-अलग व्यक्ति के शरीर पर अलग-अलग असर करता है। इससे हार्ट, दिमाग, किडनी, लीवर इत्यादि अंगों पर असर पड़ता है। कोविड से रिकवर होने के बाद भी सिरदर्द, थकावट, सांस फूलना जैसी परेशानियां बनी रहती हैं इसलिए कोविड एवं पोस्ट कोविड दोनों को गंभीरता से लेना चाहिए।
गहलोत ने अपील की कि कोविड प्रोटोकॉल यानी मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग एवं हाथ धोने का गंभीरता से पालन करें एवं समय पर वैक्सीन अवश्य लगवाएं। यदि आप कोविड से रिकवर हो गए हैं परन्तु कोई और लक्षण दिख रहा है तो अपने डॉक्टर से अवश्य कंसल्ट करें। डॉक्टर की सलाह का पालन करें एवं अपना पूरा ख्याल रखें। जरा सी लापरवाही भी गंभीर हो सकती है।